-तृतीय नेशनल टेक्नोकॉन 2025 में व्याख्यान, पोस्टरों के माध्यम से दिया गया नयी तकनीक और विधाओं का प्रशिक्षण

सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई संस्थान में एनेस्थीसिया विभाग के टेक्नोलॉजिसट संगठन का एनेस्थीसिया एवं ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजिस्ट यूपी के द्वारा तृतीय नेशनल टेक्नोकान 2025 का आयोजन सी वी रमन ऑडिटोरियम एसजीपीजीआई में मनाया गया। इस आयोजन में देश भर के 12 राज्यों से लगभग 70 शहरों से सीएसडी ओटी तथा एनेस्थीसिया के टेक्नोलॉजिसट ने अपनी प्रस्तुतियां दीं, व्याख्यान दिए और नई तकनीक और नई विधाओं के बारे में पोसटर प्रस्तुत किए गए।

इस अवसर पर एनेसथीसिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कितना लाभप्रद कितना उपयोगी इस विषय पर पीजीआई चंडीगढ़ से आयीं चंद्रकांता सैनी तथा वातावरण को किस तरह से प्रदूषण मुक्त होने से बचने के किया जा सकने वाले उपायों पर थोटा कीर्तना ने तथा सबसे महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजिसट किसी उद्यमिता से जुड़ते हैं तो उनको दी जाने वाली जानकारी को स्टेट टेक्नोलॉजिकल पार्क ऑफ इंडिया के संयोजक श्याम कुमार ने अपने व्याख्यान में विस्तार से समझाया।


ओटी एनेस्थीसिया तथा आईसीयू के उपकरणों की देखभाल और उनसे संबंधित दस्तावेजों के तैयार करने में कितनी सावधानी बढ़ती जानी चाहिए और उपकरणों का इस्तेमाल जीवन रक्षा के क्षेत्र में किस तरह किया जा सकता है इस पर अंजीव श्रीवास्तव ने चर्चा की। साथ ही साथ एक विज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था जिसमें एनेस्थीसिया विभाग की जटिल प्रक्रियाओं और उनसे रूबरू कराने के लिए जो संयंत्र यंत्र और उपाय किए जाते हैं उनका छात्रों को उनके खुद के द्वारा संचालित करके उनको प्रशिक्षित भी किया गया।
ज्ञात हो किसी भी कार्यक्रम का उद्देश्य नव जन शक्ति और नई टेक्नोलॉजिसट को जटिल प्रक्रियाओं और कठिन ट्रेनिंग से गुजरने की प्रेरणा और मार्गदर्शन देना ही इस आयोजन का उद्देश्य रहता है अन्य उत्पादों में जो भी उपकरण हाईटेक टेक्नोलॉजी से युक्त हैं उन्होंने भी अपने उपकरणों की विस्तृत जानकारी और उनको कैसे ऑपरेट किया जाए इसके बारे में चर्चा की। इस अवसर पर निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन ने एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजिस्ट की भूमिका के बारे में विस्तार से उनके महत्व के बारे में उनके योगदान के बारे में सराहना की। निदेशक ने संस्थान में ही टेक्नोलॉजिस्ट द्वारा विकसित किए जा रहे उपकरणों के बारे में विस्तार से चर्चा की। ये उपकरण निकट भविष्य में मार्केट में उपलब्ध होंगे।
इस मौके पर सीएमएस प्रोफेसर संजय धीराज ने टेक्नोलॉजिसट की भूमिका और उनके क्रियाकलापों और उनकी विशेषताओं के बारे में बताया। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. प्रशांत अग्रवाल ने इस कार्यक्रम के आयोजकों और आए हुए अतिथियों, जो कि अपने-अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, को साधुवाद दिया। इस अवसर पर संयोजक राजीव सक्सेना ने देश भर के प्राइवेट कॉलेज से आए हुए अतिथियों और जो ऑर्गेनाइजेशन बिग हॉस्पिटल्स इंस्टीट्यूट चला रहे हैं, के साथ एक एमओयू करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि जो छात्र प्रशिक्षण प्राप्त करके निकलेंगे उनके रोजगार के लिए एक प्लेसमेंट सेल बनाया जा सके। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी धीरज सिंह एवं चंद्रेश कश्यप ने किया।
