Wednesday , July 30 2025

बाल मृत्यु दर कम करने में अहम भूमिका है ओआरएस की

-ओआरएस दिवस पर आरपीजी मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल में आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम

सेहत टाइम्स

लखनऊ। ओआरएस दिवस के अवसर पर डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (डॉ. आरएमएलआईएमएस), लखनऊ के बाल रोग और सामुदायिक चिकित्सा विभागों ने संयुक्त रूप से एक सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) के जीवन-रक्षक लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था, जो निर्जलीकरण को रोकने और दस्त से होने वाली बाल मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है।

संस्थान के आरपीजी एम एंंड सी हॉस्पिटल में ओपीडी एरिया में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत प्रो. दीप्ति अग्रवाल, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग के स्वागत भाषण से हुई। दीप प्रज्ज्वलन समारोह के बाद, आयोजन सचिव डॉ. पीयूष उपाध्याय ने ओआरएस दिवस के महत्व और इसकी व्यापक उपयोगिता और प्रभावशीलता के बारे में जानकारी दी।

प्रमुख विशिष्टजनों ने ओआरएस के उपयोग को बढ़ाने के बारे में अपने विचार साझा किए। एमबीबीएस छात्रों द्वारा नुक्कड़ नाटक ने ओआरएस के महत्व को आकर्षक और संबंधित तरीके से उजागर किया। डॉ. शंभवी मिश्रा ने ओआरएस की तैयारी का लाइव प्रदर्शन किया और आम गलत धारणाओं का समाधान किया।

बताया गया कि ओआरएस एक अत्यधिक प्रभावी और किफायती पेयपदार्थ है जो बच्चों में दस्त से होने वाली बीमारियों के बोझ को कम करने में मदद करता है। इस कार्यक्रम ने ओआरएस के महत्व को उजागर करने और इसके उपयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रमुख विशिष्टजनों, जिनमें प्रो. श्रीकेश सिंह (एमएस, आरपीजीएमएम और सीएसआरएच), प्रो. एस. डी. कंडपाल (विभागाध्यक्ष, सामुदायिक चिकित्सा) और प्रो. नीतू सिंह (विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग) ने समुदाय स्तर पर ओआरएस के उपयोग को मजबूत करने के बारे में अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शालिनी वर्मा, सहायक प्रोफेसर, बाल रोग, द्वारा किया गया।

 

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