केजीएमयू में आयोजित हुई हेमोविजिलेंस पर सीएमई
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आज ब्लड ट्रांसफ्यूजन से संबंधी किये जाने वाले कार्यों पर विशेषज्ञों ने प्रकाश डाला। आयोजित कार्यक्रम में बताया गया कि ब्लड शरीर से निकालने से लेकर उसे दूसरे मरीज को चढ़ाने तक क्या-क्या सावधानियां बरतने की जरूरत है।
केजीएमयू में आयोजित हेमोविजिलेंस सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम सीएमई में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल के वरिष्ठ वैज्ञानिक व हेमोविजिलेंस कार्यक्रम के प्रमुख डॉ रेबा छाबरा ने हेमोविजिलेंस कार्यक्रम की तकनीकी सहायक डॉ रुचि राव ने हेमोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया विषय पर आधारित कार्यक्रम में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की गुणवत्ता को किस तरह कायम रखा जाये, के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ब्लड का कलेक्शन किया जाये, किस प्रकार उसको लेबल किया जाये, स्टोर कैसे करें, डोनर की मैचिंग कैसे करें तथा मरीज का चढ़ाते समय क्या-क्या सावधानियां बरती जायें, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में स्टेट ड्रग कंट्रोलर डॉ अफजल अजीम, एसजीपीजीआई के क्रिटिकल मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर के साथ ही कमांड हॉस्पिटल, ऐरा मेडिकल कॉलेज, केके अस्पताल, चरक अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस मौके पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे तथा अधिष्ठाता चिकित्सा संकाय प्रो विनीता दास, प्रो. अरुण चतुर्वेदी, प्रो गिरीश चंद्रा, डॉ परवेज, डॉ. डी हिमांशु, डॉ तूलिका चंद्रा सहित अनेक लोग भी उपस्थित रहे।