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असमानताओं के पथ से जब गुजरती हैं नर्सेज, तो टूट जाता है मनोबल

-डॉक्टर हो या मरीज दोनों के सवाल का जवाब रहता है नर्सेज के पास : डॉ डी हिमांशु

सेहत टाइम्स

लखनऊ। आज अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस के अवसर पर केजीएमयू की नर्सेज़ को संबोधित करते हुये चिकित्सा अधीक्षक डॉ डी० हिमांशु ने उनके कार्यों की खुले मन से सराहना की, उन्होंने कहा कि अनुसार केजीएमयू की विभिन्न उपलब्धियों में नर्सेज़ का अहम रोल रहता है, नर्सेज़ के पास डॉक्टर और मरीज़ के हर सवाल का जवाब रहता है।

राजकीय नर्सेज़ संघ केजीएमयू ने नर्सिंग अधीक्षिका कार्यालय केजीएमयू पर नर्सेज़ दिवस का आयोजन किया, राजकीय नर्सेज़ संघ के सचिव सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आज सरकार की मंशा के अनुरूप सभी को स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने में नर्सेज़ अहम रोल निभा रही हैं, नर्सिंग सेवा एक महान पेशा है देश की हर एक नर्स को समान वेतन और सुविधाएँ मिलनी चाहिए।

नर्सिंग सेवाओं में आने वाले लोगों का उद्देश्य पद, प्रतिष्ठा व पैसे कमाना नहीं बल्कि मानवता व इंसानियत की सेवा करना होता है, नर्सिंग को विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवाओं के रूप में देखा जाता है, आज देश में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बन चुकी नर्सेस को कई तरह की शारीरिक, मानसिक व आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है अपनी सेवाओं के दौरान उन्हें कई विषम परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है, भारतवर्ष में चल रही चल रही केंद्र व राज्य की अलग अलग पॉलिसी के कारण नर्सेज़ के वेतन और भत्तों में एक बड़ी असमानता देखने को मिलती है, जिसका प्रभाव उनके मनोबल पर पड़ता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सेवाओं से जुड़े सबसे निचले पायदान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सेवाएँ दे रहीं नर्सेज़ एक सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कार्यरत नर्सेज़ की अपेक्षा में कम वेतनमान व भत्ते पा रही हैं उन्हें पदोन्नति भी समय पर नहीं मिल पाती, देश के विभिन्न राज्यों में नर्सेज़ के वेतनमान में असमानता देखने को मिलती है जिससे अंतरराज्यीय प्रतिभा पलायन भी हो रहा है। प्रदेश में चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा में भी यह समानता देखने को मिलती है। केंद्र व राज्य की सरकारों को चाहिए कि एक देश एक विधान, एक संविधान की तर्ज़ पर स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बन चुकी नर्सेज़ को पूरे देश में एक समान वेतनमान व भत्ते लागू कर उन्हें उचित मान-सम्मान दे।सभी को समान सेवाओं व कार्य के लिए उन्हें समान वेतन और भत्ते दिए जाने चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार से अनुरोध है कि स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सेज़ की ज़िम्मेदारी बढ़ाने के साथ-साथ उनकी बेसिक सुविधाओं पर ध्यान देना होगा। नर्सेज़ के वेतन भत्ते, ख़ाली पद, आवास, क्रेच व स्थानांतरण में गृह जनपद आदि समस्याओं का समाधान शीघ्र करना होगा, मैट्रन सन्तोष ने इस अवसर पर नर्सेज़ को निःस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित किया, अंत में कार्यक्रम का समापन करते हुए नर्सेज़ अध्यक्ष मंजीत कौर ने नर्सेज़ को हॉस्पिटल की रीढ़ बताते हुये सभी को बधाई दी।

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