बलरामपुर अस्पताल के 149वें स्थापना दिवस समारोह में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि मरीजों को टेली-कंसल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी है। प्रथम चरण में प्रदेश के 28 जनपदों में टेली-कंसल्टेशन सेवा का शुभारम्भ जल्द किया जायेगा, चिकित्सा क्षेत्र में यह सुविधा उपलब्ध कराने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य होगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह ने यह बात शुक्रवार को बलरामपुर अस्पताल के 149वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि सरकार जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, इसके लिए आवश्यक पैरा मेडिकल स्टाफ एवं चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। सिंह ने कहा कि संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण की व्यवस्था की जा रही है।
स्वास्थ्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में बलरामपुर प्रदेश सरकार का सबसे बड़ा एवं प्रमुख चिकित्सालय होने के साथ-साथ प्रदेश का रेफरल चिकित्सालय भी है। उन्होंने कहा कि यहां के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए समस्त आवश्यक संसाधन प्राथमिकता पर उपलब्ध कराये जायेगे। शीघ्र ही चिकित्सालय में अपग्रेडेड कार्डियोलॉजी यूनिट सहित अन्य क्षेत्र में भी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इस मौके पर उपस्थित प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश में बलरामपुर चिकित्सालय का एक विशेष स्थान है। विगत 149 वर्षों में इस चिकित्सालय ने चिकित्सा क्षेत्र में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
समरोह के दौरान चिकित्सालय की अधिकारिक वेबसाइट एण्ड टेलीमेडिसिन का उद्घाटन के साथ ही चिकित्सालय की स्मारिका का भी विमोचन किया गया। इस अवसर पर अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ऋषि सक्सेना और अधीक्षक डॉ. बीकेएस चौहान समेत अन्य सभी चिकित्सक व कर्मचारी मौजूद रहे।
इसके अतिरिक्त अस्पताल में एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया, इसमें केजीएमयू स्थित सीवीटीएस विभाग के डॉ. शैलेंद्र, डेंटल विभाग से प्रो. यूएस पाल और अस्पताल के सीएमएस डॉ. ऋषि सक्सेना ने हिप रिप्लेसमेंट पर अपना व्याख्यान दिया।