-15वीं वर्षगांठ पर ब्लड बैंक कर्मियों की एकस्वर से प्रशंसा की डॉक्टरों ने
सेहत टाइम्स
लखनऊ। लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन (एलएनएचए) ब्लड एंड कम्पोनेंट्स सेंटर की 15वीं वर्षगांठ पर एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ब्लड बैंक से जुड़े सदस्यों ने रक्तदान किया। आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने ब्लड बैंक की स्थापना से लेकर वर्तमान मुकाम तक पहुंचने के बारे में बताते हुए इसकी सफलता के लिए ब्लड बैंक के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस मौके पर एसोसिएशन के सचिव डॉ संजय लखटकिया ने हाल ही में स्थापित ल्यूकोडिप्लीशन मशीन से जांच किया हुआ रक्त सरकार द्वारा अनुमन्य मूल्य से कम कीमत पर उपलब्ध कराने की कोशिश की जायेगी।
समारोह की शुरुआत में एलएनएचए के सचिव डॉ संजय लखटकिया ने कहा कि उच्च गुणवत्तायुक्त रक्त उपलब्ध आसानी से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2008 में इसकी स्थापना की गयी थी, उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे पास ल्यूकोडिप्लीशन मशीन उपलब्ध है, इसकी मदद से कम प्रतिरोधक क्षमता के मरीजों के लिए सुरक्षित तरीके से रक्त सरकार द्वारा निर्धारित दाम से भी कम दाम में उपलब्ध कराये जाने की योजना है। उन्होंने बताया कि आज स्थिति यह है कि नो प्रॉफिट नो लॉस के सिद्धांत पर चलने वाले एलएनएचए ब्लड बैंक का लखनऊ के साथ ही उत्तर प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ ब्लड बैंकों में स्थान है।
उन्होंने बताया कि रक्तदानियों का चुनाव हम कठोर मापदंडों पर खरा उतरने के बाद ही करते हैं जिससे रक्त एवं उनके अवयवों में किसी प्रकार के संक्रमण की गुंजाइश न रहे। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में या डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों में 24×7 हमारी कोशिश रहती है कि आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त आपूर्ति कर सकें। ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ रेखारानी अग्रवाल ने बताया कि विभिन्न प्रकार की जांच आदि करने में होने वाले व्यय की पूर्ति के लिए लिये जाने वाले चार्जेस दूसरे ब्लड बैंकों की अपेक्षा करीब 400 रुपये कम लिये जाते हैं।
कठिनाइयां और बेइज्जती झेली : डॉ रमा श्रीवास्तव
समारोह में उपस्थित कई अन्य चिकित्सकों ने भी अपने विचार रखे। एसोसिएशन की एडवाइजरी बोर्ड में शामिल डॉ रमा श्रीवास्तव ने कहा कि ब्लड बैंक की शुरुआत तो 2008 में हुई थी लेकिन ब्लड बैंक का संचालन करने वाले लखनऊ नर्सिंग होम ओनर्स एसोसिएशन की स्थापना 2000 में हुई थी। उन्होंने कहा कि शुरुआती समय में अनेक प्रकार की कठिनाइयां और बेइज्जती को झेलने के बाद आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उन्होंने ब्लड बैंक के निर्माण के समय की घटना को याद करते हुए बताया कि किस प्रकार दूसरे चिकित्सकों के साथ वह भी इसकी नींव के लिए खोदे गये आठ फीट के गड्ढे में उतरी थीं। डॉ मनोज अस्थाना ने कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप लोग बहुत मेहनत से काम करते हैं, उन्होंने कहा कि इसका पता मरीजों के रिश्तेदार, जो यहां ब्लड बैंक में आते हैं, के फीड बैक से चलता रहता है।
एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट डॉ सौरभ चन्द्रा ने बताया कि ब्लड बैंक में हमने पुरानी मशीनों को आज की आधुनिक मशीनों से बदल दिया गया है। उन्होंने कर्मचारियों के कार्य की प्रशंसा करते हुए वर्षगांठ पर बधाई दी। दूसरे वाइस प्रेसीडेंट डॉ सलमान खालिद ने ब्लड बैंक की स्थापना का समय याद करते हुए कहा कि हम लोग नर्सिंग होम से चंदा लेने के लिए घंटों इंतजार करते थे। कर्मचारियों की मेहनत की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हम सबकी मेहनत रंग लायी और जो बीच बोया था उसका फल आज सामने हैं।
गुणवत्तापूर्ण रक्त का विश्वास जुड़ा है इस ब्लड बैंक के साथ : डॉ अभिषेक शुुुुक्ला
एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य डॉ अभिषेक शुक्ला ने कहा कि एलएनएचए के ब्लड और उनके अवयवों की गुणवत्ता बहुत अच्छी है, इसीलिए हम लोग मरीज को ब्लड लाने की सलाह देते हुए इस ब्लड बैंक का नाम लिखने से पहले कुछ भी नहीं सोचते हैं। मरीज व उसके परिजनों में भी इस ब्लड बैंक के बारे में धारणा अच्छी है। डॉ अभिषेक ने कहा कि यह धारणा यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों की मेहनत से हासिल हुई है, मैं इस मौके पर ब्लड बैंक से जुड़े सभी प्रशासनिक व दूसरे कार्यों में लगी टीम को बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
एसोसिएशन से जुड़े डॉ संजय सक्सेना ने भी पुराने दिन याद करते हुए इसके सफल संचालन के लिए कर्मचारियों की सराहना की। एसोसिएशन की कार्यकारिणी सदस्य डॉ वारिजा सेठ ने भी अपने सम्बोधन में ब्लड बैंक के कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि हम डॉक्टर्स की सफलता आपकी मेहनत के बिना संभव नहीं है। आपका सबसे बड़ा मेहनताना आपके द्वारा किये जा रहे कर्म हैं, जो कि आप लोग कर रहे हैं, यही लोग हमेशा याद करते हैं। इस मौके पर पदाधिकारियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर केक भी काटा। समारोह में डॉ ऋतु सक्सेना, डॉ मुईद अहमद सहित अन्य चिकित्सक, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।