-आईएमए और मेडिकल छात्र नेटवर्क केजीएमयू ने आयोजित किये विभिन्न कार्यक्रम
सेहत टाइम्स
लखनऊ। श्विश्व फेफड़ों के कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन-मेडिकल छात्र नेटवर्क केजीएमयू ने लोगो में फेफड़ों के कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये। इसका समापन एक जागरूकता रोड शो के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में 24 नवम्बर को सेन्सटाइजेशन कम वेबिनार एवं पोडियम प्रस्तुति प्रतियोगिता शामिल थी। वेबिनार की अतिथि वक्ता रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग की सहायक प्रोफेसर डा0 ज्योति बाजपेई थीं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष आईएमए-एमएसएन के संरक्षक डा0 सूर्यकान्त, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग, केजीएमयू, पूर्व अध्यक्ष आईएमए लखनऊ एवं पूर्व अध्यक्ष आईएमए यूपी और पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आईएमए-एएमएस थे। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एम्स भुवनेश्वर के अधिष्ठाता डा0 पीआर महापात्रा थे। रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के संकाय सदस्य प्रोफेसर संतोष कुमार, प्रोफेसर अजय कुमार वर्मा एवं डा0 दर्शन कुमार बजाज, प्रोफेसर जूनियर ग्रेड इस अवसर पर मौजूद रहे। वेबिनार डा0 सूर्यकान्त के ज्ञानपूर्ण शब्दों के साथ समाप्त हुआ। वेबिनार को फेफड़ो के कैंसर के प्रकार विषय पर पोडियम प्रस्तुत प्रतियोगिता द्वारा आगे बढ़ाया गया।
25 नवम्बर को विश्व फेफड़ों के कैंसर के जागरूकता के माह के अवसर पर आईएमए-एमएसएन केजीएमयू द्वारा एक रोड शो का आयोजन किया गया। जिसमें संरक्षक डा सूर्यकान्त एवं डा जेडी रावत प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, बाल्य चिकित्सा सर्जरी, वर्तमान में अध्यक्ष आईएमए लखनऊ, पूर्व उपाध्यक्ष, आईएमए-यूपी, पूर्व सचिव, आईएमए यूपी, शामिल हुए। इस रोड़ शो में केजीएमयू के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। आईएमएसएन केजीएमयू टीम ने धूम्रपान कम करो कैंसर से बचे रहो/ तम्बाकू से नाता तोड़ो स्वस्थ जीवन से नाता जोड़ो/ फेफड़े बचायें, जीवन बचायें, जैसे नारों से फेफड़ों के कैंसर के बारे में जागरूकता फैलायी। इस रोड शो का सफलता पूर्वक समापन रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग में हुआ।
डा0 सूर्यकान्त ने छात्रों को फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षणों जैसे लम्बे समय की खांसी, खांसी के साथ खून आना, घरघराहट, सांस लेने में तकलीफ, वजन कम होना, सीने मे दर्द, थकान के बारे में विस्तृत रूप से बताया। उन्होने फेफड़ों के कैंसर के रोगियों के लिए विभाग मे निदान एवं उपचार की उपलब्धता के बारे में बताया। उन्होने धूम्रपान छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए विभाग मे संचालित तम्बाकू निषेध क्लीनिक के बारे मे भी बताया।
उन्होने बताया कि फेफड़ों का कैंसर दुनिया भर में पुरूषों में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला और भारत में दूसरा सबसे ज्यादा पाये जाने वाला कैंसर है।
इस रोड शो के अन्त में पोडियम प्रेजेन्टेशन प्रतियोगिता के शीर्ष तीन विजेताओं (एमबीबीएस 2021 बैच के प्रथम विजेता दिव्यांश आहूजा, द्वितीय विजेता प्रीति भारती एवं तृतीय विजेता जिया सिंह) को डा0 सूर्यकान्त द्वारा सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम के प्रमुख आयोजक आईएमए एमएसएन केजीएमयू इकाई की डा0 अर्चना सिंह, महासचिव, मेहुल सक्सेना, सह संयोजक और कार्यकारी सदस्य दिव्यांशी सिंह, शाशस्वत अग्रवाल रहे।