रेयान स्कूल की तर्ज पर लखनऊ में हुए काण्ड में ब्राइटलैंड स्कूल की प्रिंसिपल को हिरासत में लिया गया
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के स्कूल में हुई घटना से हर कोई सकते में है। घटना में घायल छात्र ऋतिक लखनऊ स्थित केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ऋतिक को देखने अस्पताल पहुंचे। दूसरी ओर पुलिस ने स्कूल की प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया है। ज्ञात हो त्रिवेणी नगर स्थित ब्राइट लैंड स्कूल में कक्षा एक के छात्र पर मंगलवार को चाकू से हमला हुआ था। हमले का आरोप स्कूल की ही एक छात्रा पर लगा है। छात्र ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी छात्रा की पहचान भी की है। इस घटना के बाद स्कूल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हुए हैं।
हालांकि बच्चे के बयान के आधार पर यह कहा जा रहा है कि स्कूल में छुट्टी कराने के लिए छात्रा ने छात्र पर हमला किया। लेकिन यहाँ गौर करने की बात यह भी है कि अगर छुट्टी करने के लिए ही सिर्फ हमला किया गया तो लड़की ने हमला करने के लिए ऋतिक को ही क्यों चुना ? क्योंकि ऋतिक ने अपने बयान में यह भी कहा है कि हमला करने वाली लड़की ने उसका नाम पूछा, उसके बाद उसे बाथरूम में ले गयी।
इधर गुरुवार को स्कूल के बाहर सैकड़ो अभिभावक पहुंचे। उन्होंने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। अभिभावकों का कहना था कि स्कूल में एक छात्रा पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी। चाकू लेकर उसे टॉइलट में इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया लेकिन स्कूल प्रशासन को कोई भनक नहीं लगी। स्कूल परिसर में चाकू लेकर छात्रा कैसे आई? क्या स्कूल प्रशासन की कोई जिम्मेदारी नहीं है? अभिभावकों ने कहा कि उन लोगों को अब अपने बच्चों की चिंता हो रही है.।
इस बीच पुलिस को घटनास्थल के आसपास लगे कैमरों की फुटेज में कुछ नहीं मिला है। हालांकि, जब पुलिस ने बाकी फुटेज खंगाली तो एक छात्रा उसी हुलिया की नजर आई, जिस हुलिया की हमलावर थी। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि फुटेज बहुत स्पष्ट नहीं है, लिहाजा उसका स्केच बनवाया गया। स्केच और फुटेज दोनों जब ऋतिक को दिखाया गया तो उसने छात्रा को पहचान लिया।
त्रिवेणीनगर द्वितीय में कॉलेज की दो बिल्डिंग हैं। पहली बिल्डिंग में नर्सरी से इंटरमीडिएट और कुछ दूरी पर स्थित दूसरी बिल्डिंग में तीसरी व चौथी की क्लासेज चलती हैं। मेन बिल्डिंग में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए कॉलेज प्रशासन 70 सीसीटीवी कैमरे लगे होने का दावा कर रहा है। इतना ही नहीं विद्यार्थियों की सुविधा व उनपर नजर रखने के लिए 25 महिलाकर्मी (आया) भी तैनात हैं। इसके बावजूद मंगलवार को लड़की पहली के छात्र को घायल करने के बाद बच निकली। हालांकि, पुलिस अब सुराग मिलने का दावा कर रही है।