लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय केजीएमयू स्थित ट्रॉमा सेंटर में खून की जांच के लिए मरीजों के परिवारीजनों को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। हालात यह थे कि जांच शुल्क जमा करने के लिए घंटों परिजन परेशान रहे। भीड़ का आलम यह था कि दूर से लगी लाइन खिडक़ी के करीब पहुंचते-पहुंचते खासे जमावड़े में बदली जा रही थी। ऐसे में उन लोगों को बहुत कष्ट हुआ, जो कई घंटे लाइन में लगने के बाद काउंटर पर पहुंचते ही धक्का-मुक्की में बाहर हो गये। उनकी आंखों में आंसू आ गये और रोने लगे।
दो घंटे के लिए बंद हो गया था काउंटर
दरअसल कम्प्यूटर में दिक्कत के कारण मैनुअल कार्य हो रहा है। ऊपर से काउंटर को दो घंटे बंद कर देना रहा। एक मात्र काउंटर नम्बर 3 पर ही शुल्क जमा किये जाने से भीड़ बढ़ती जा रही थी। कुछ जागरूक परिजनों ने ट्रॉमा प्रशासन से लिखित शिकायत भी की। ट्रामा में खून जांच का शुल्क जमा करने के लिए एक पृथक काउंटर है, जिसमें दो कर्मी तैनात हैं, बुधवार को एक ही महिला कर्मी थी, दोपहर को संविदा की महिला कर्मचारी ने रोकड़ गिनने व जमा करने के लिए दो घंटे के लिए काउंटर बंद कर दिया, जिसके बाद आधे घंटे की लाइन तीन घंटे में तब्दील हो गई। मुख्यहाल तक दर्जनों लोगों की कतार लग गयी, इतना ही नही काउंटर पर पहले हमारा, पहले हमारा शुल्क जमा करने के चक्कर में धक्का-मुक्की होने लगी, धक्का-मुक्की में गरीब व शारीरिक कमजोर परिवारीजनों को बहुत दिक्कत हुई। कइयों के खून के सैंपल खराब होने के कगार पर आ गये, लोग रोते बिलखते रहे, पीआरओ से शिकायत भी की। पीआरओ सुमित का कहना है कि उन्होंने समस्या से सीएमएस प्रो.एसएन संखवार और ट्रॉमा इंचार्ज डॉ.हैदर अब्बास को अवगत करा दिया गया है। काउंटर की संख्या बढ़ाने का आश्श्वासन मिला है। शीघ्र ही समस्या का समाधान हो जायेगा।