मांगों को लेकर SGPGI, KGMU, RMLIMS एवं RIMS सैफई कर्मचारियों ने शुरू किया था आंदोलन
लखनऊ। मुख्य सचिव के साथ हुई वार्ता में शासन की ओर से की गयी सार्थक पहल के बाद उत्तर प्रदेश पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल इंस्टीट्यूट ऑफ एम्प्लाइज फेडरेशन (UPPGMIEF) के बैनर तले चार बड़े संस्थानों SGPGI, KGMU, RMLIMS एवं RIMS सैफई कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन फिलहाल स्थगित कर दिया है। साथ ही कहा है कि अगर इस माह के अंत तक मांगें पूरी न हुईं तो वे फिर से आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
ज्ञात हो चारों संस्थानों के कर्मचारियों ने 7वें पे कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार भत्ते अब तक न दिये जाने के विरोध में आंदोलन शुरू किया था, आंदोलन के पहले चरण में मंगलवार से कार्यावधि में काला फीता बांधकर विरोध जताया जा रहा था। फेडरेशन की अध्यक्ष सावित्री सिंह और महामंत्री प्रदीप गंगवार ने बताया कि काला फीता के विरोध को देखते हुए कल मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा अनूप पांडे ने चारों संस्थानों के 22 प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया जिसमें सावित्री सिंह, चंद्रप्रभा, विकास सिंह, प्रदीप गंगवार, यदु नंदिनी तथा खालिद अख्तर वार्ता के लिए पहुंचे।
उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव को प्रतिनिधि मंडल ने अपनी कई समस्याओं से अवगत कराया जिसमें मुख्य रूप से सातवें पे कमिशन का भत्ता कैडर रिस्ट्रक्चरिंग तथा 2011 की नियमावली का मुद्दा भी शामिल था। मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा ने हम कर्मचारियों की सारी समस्याओं को बहुत ही गंभीरता के साथ सुना तथा संबंधित विभाग को हमारे मांग पत्र पर कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग को भेजा साथ ही मोबाइल द्वारा भी निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने प्रतिनिधिमंडल से कुछ दिनों की मोहलत मांगते हुए काला रिबन का प्रोग्राम स्थगित करने को कहा इस पर प्रतिनिधिमंडल इस शर्त पर काला फीता का अभियान स्थगित करने पर तैयार हुआ है कि इस माह के अंत तक मांगें नहीं मानी गईं तो आगे के आंदोलन की रणनीति बैठक कर तय की जायेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।