पद खाली पड़े होने के बावजूद प्रोन्नति से नहीं भरे जाने का आरोप
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की प्रांतीय चिकित्सा एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि लम्बे अंतराल से लंबित पदोन्नतियों को नहीं किया जा रहा है, जबकि पद भी खाली पड़े हुए हैं. सरकार इसमें उदासीनता दिखा रही है. एसोसिएशन ने कहा कि अगले 20 दिनों में अगर विभागीय प्रोन्नतियां नहीं की गयीं तो मई माह से बड़े आन्दोलन के लिए हम चिकित्सक बाध्य होंगे.
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए संघ के महामंत्री डॉ. अमित सिंह ने बताया कि आज संघ भवन पर आयोजित बैठक में पीएमएस एसोशिएशन उत्तर प्रदेश ने एक लम्बे अन्तराल से विभागीय प्रोन्नतियां न किये जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया और इसके लिये जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की।
संघ के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सदस्यों ने इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया कि प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संवर्ग निदेशक, अपर निदेशक के लगभग तीन-चौथाई पद तथा संयुक्त निदेशक के सैकड़ों पद लम्बे अरसे से खाली पडे हैं. दंत संवर्ग में निदेशक, अपर निदेशक, तथा संयुक्त निदेशक के 100 प्रतिशत पद खाली पडे है एसोशिएशन के सदस्यो नें यह निर्णय लिया है कि अगले 20 दिनों में यदि विभागीय प्रोन्नतियां न कि गयीं तो मई माह में वृहद आन्दोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा।
डॉ. अमित सिंह ने बताया कि संवर्ग से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार व रणनीति तैयार करने के लिये 29 अप्रैल को लखनऊ में राज्य कार्यकारिणी की विशेष बैठक बुलाई गयी है। उन्होनें यह भी बताया कि छोटी-छोटी कथित गलतियों के लिए चिकित्सकों को प्रताड़ित करने के लिए शासन-प्रशासन सदैव आतुर रहता है, परन्तु अपनी अकर्मण्यता की वजह से चिकित्सा संवर्ग को होने वाले नुकसान के लिए स्वयं की या अधिनस्थों की जिम्मेदारी निर्धारित करने में घोर उदासीन रहता है। यह स्थिति अत्यन्त-दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके विरोध में संवर्ग किसी भी हद तक जा सकता है, और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी उच्च स्तरों पर बैठे अधिकारियों एवं सम्बन्धित कर्मचारियों की होगी। बैठक में डा आशुतोष कुमार दूबे, डा0 ए0के0 सिंह, डा0 विकासेन्दु अग्रवाल, डा0 अनिल कुमार त्रिपाठी, डा0 विरेन्द्र मौर्य, डा0 पायल गुप्ता एवं प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये 100 से अधिक चिकित्सक उपस्थित रहे।