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लखनऊ के लिए खुशखबरी, चारबाग से वसंत कुंज तक लखनऊ मेट्रो परियोजना को केन्द्रीय कैबिनेट से मंजूरी

-अमीनाबाद, पांडेय गंज, केजीएमयू, चौक, ठाकुर गंज होते हुए गुजरेगी मेट्रो

-लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने मोदी, योगी, मनोहर लाल का जताया आभार

सेहत टाइम्स

लखनऊ। लखनऊ मेट्रो के फेज 1-बी के पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर विस्तार परियोजना को केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल गयी। चारबाग से वसंतकुंज के बीच निर्मित होने वाला मेट्रो कॉरिडोर पुराने लखनऊ के घने बसे इलाकों से गुजरेगा। इसमें 07 अण्डरग्राउण्ड और 05 ऐलीवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे। सांसद लखनऊ एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ के चारबाग से वसंत कुंज तक प्रस्तावित मेट्रो विस्तार को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त किया है। उन्होेंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) के मंत्री मनोहर लाल का भी आभार व्यक्त किया।

दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में हुए फैसले की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने लखनऊ मेट्रो के फेज 1-बी के पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर विस्तार को प्रतिदिन पुराने शहर क्षेत्र में भीड़भाड़ का सामना करने वाले यात्रियों के लिए वरदान बताया।

इस मार्ग का विस्तार चारबाग से वसंत कुंज तक किया जाएगा जिसकी कुल लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी। इसमें एलिवेटेड (4.286 किमी) और अंडरग्राउंड (6.879 किमी) दोनों सेक्शन होंगे। साथ ही इस कॉरिडोर पर कुल 12 स्टेशन होंगे, जिसमें 07 भूमिगत और 5 एलीवेटेड स्टेशन हैं। इस विस्तार का उद्देश्य प्रमुख व्यावसायिक जिलों और आवासीय क्षेत्रों को जोडना, कनेक्टिविटी में सुधार और सड़कों पर भीड़भाड़ को कम करना है। इस नए कॉरिडोर से प्रतिदिन 2 लाख अतिरिक्त यात्रियों के आवागमन की उम्मीद है। परियोजना पर 5,801 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

ये होंगे स्टेशन

द्वितीय कॉरिडोर के स्टेशन इस प्रकार है:- चारबाग (भूमिगत), गौतमबुद्ध नगर (भूमिगत), अमीनाबाद (भूमिगत). पाण्डेयगंज (भूमिगत), सिटी रेलवे स्टेशन (भूमिगत), मेडिकल कॉलेज चौराहा (भूमिगत). चौक (भूमिगत), ठाकुरगंज (एलिवेटेड), बालागंज (एलिवेटेड), सरफराजगंज (एलिवेटेड), मूसाबाग (एलिवेटेड), वसंतकुंज (एलिवेटेड)।
कॉरिडोर से सिटी रेलवे स्टेशन, केजीएमयू मेडिकल कालेज, अमीनाबाद, चौक, ठाकुरगंज आदि को कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके साथ ही लखनऊ शहर में मेट्रो का विस्तार 35 किलोमीटर का हो जायेगा।

केंद्र सरकार की ओर से मिली इस मंजूरी के बाद अब मेट्रो निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। इससे पूर्व मार्च 2024 में ईस्ट वेस्ट कोरिडोर की डीपीआर को राज्य सरकार का अनुमोदन प्राप्त हुआ था। जुलाई 2024 में परियोजना को नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) से और मई 2025 में परियोजना की डीपीआर को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड अर्थात पीआईबी की मंजूरी मिली थी।

यह कॉरिडोर लखनऊ मेट्रो के मौजूदा नार्थ-साउथ कॉरिडोर के चारबाग मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा। चारबाग मेट्रो स्टेशन इंटरचेंज स्टेशन के तौर पर काम करेगा जहां से यात्री एक से दूसरे कॉरिडोर में जाने के लिए मेट्रो बदल सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014-15 में ही राजनाथ सिंह द्वारा लखनऊ के तेज आर्थिक विकास के​ लिए रोड, रेल तथा हवाई सुविधाओं के विस्तार की योजना बनवायी गयी थी। यह मूलरूप से आर्थिक विकास के विश्व व्यापी सिद्धांत-‘जितनी तेज गति उतनी तेज प्रगति पर आधारित था। इसके अनुरूप सभी हाईवेज का 4/6 लेन में चौड़ीकरण किया गया। 104 किलोमीटर लम्बी 08 लेन चौड़ी आउटर रिंग रोड का निर्माण पूरा हुआ। कानपुर-लखनऊ को जोड़ने वाली 67 किलोमीटर लम्बी 06 लेन एलीवेटेड एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रारम्भ हुआ, जो शीघ्र पूरा होने जा रहा है।

नए एयरपोर्ट का निर्माण हुआ। गोमती नगर रेल टर्मिनस का निर्माण, चारबाग स्टेशन का उच्चीकरण, आलमनगर सेटेलाइट स्टेशन, उत्तरठिया, ट्रांसपोर्ट नगर, ऐशबाग, डालीगंज, बादशाहनगर आदि रेल स्टेशनों का उच्चीकरण हुआ। 17 फ्लाईओवरों का निर्माण पूर्ण हुआ और 08 फ्लाईओवरों का निर्माण प्रगति पर है। इसी कड़ी में मेट्रो रेल के दूसरे चरण की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है। इस प्रकार नगर के चौतरफा विकास से रोजगार सृजन और आर्थिक उन्नति तथा ‘ईज ऑफ लिविंग’ में तेजी से वृद्धि होती जायेगी।

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