-राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, लखनऊ कैंपस के शैक्षणिक सत्र 2025-26 का ओरिएंटेशन कार्यक्रम सम्पन्न

सेहत टाइम्स
लखनऊ। “राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। RRU जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से प्रशिक्षित होकर छात्र देश की सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। RRU के छात्र न केवल भविष्य के सुरक्षा संरक्षक हैं, बल्कि वे भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की यात्रा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले सशक्त लीडर भी हैं।”
यह बात डीजी, यूथ वेलफेयर एंड पीआरडी चैत्रा वी. (IAS) ने राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU), लखनऊ कैंपस में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के अवसर पर विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता, अनुशासन और राष्ट्रसेवा मूल्यों से छात्रों को अवगत कराने के उद्देश्य से आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिये अपने वक्तव्य में कही।
उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं से कहा कि मैं आप सभी से अपेक्षा करती हूँ कि आप अनुशासन, साहस और सेवा-भाव को अपना आदर्श बनाएं और नए भारत के निर्माण में अपने ज्ञान और कर्म से योगदान दें।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने स्वागत भाषण में आरआरयू कैम्पस की निदेशक मंजरी चंद्रा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि लखनऊ कैंपस के छात्र न केवल शैक्षणिक रूप से दक्ष हों, बल्कि वे अनुशासित, उत्तरदायी और देशभक्त नागरिक बनें। उन्होंने छात्रों से कहा कि यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम आपके शैक्षणिक सफर का पहला, लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है।

आरआरयू का हर विद्यार्थी विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदार : कुलपति
इस मौके पर कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) बिमल एन. पटेल ने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि RRU का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं है, बल्कि ऐसे युवा तैयार करना है जो सुरक्षा क्षेत्र में नवाचार, नेतृत्व और राष्ट्रसेवा का नया मानक स्थापित करें। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम विद्यार्थियों को रणनीतिक सोच, व्यावसायिक दक्षता और सेवा-भाव के साथ तैयार करेंगे। उन्होंने अपने संदेश में “विकसित भारत@2047” के दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि RRU का हर विद्यार्थी ‘विकसित भारत’ के निर्माण में भागीदार है। आप सभी को तकनीकी दक्षता, नैतिक मूल्यों और रचनात्मक सोच के साथ राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
कुलपति ने यह भी प्रस्तावित किया कि हर छात्र अपने शैक्षणिक जीवन की शुरुआत एक पवित्र संकल्प के साथ करे। अपनी माँ की स्मृति में ‘मातृ स्मृति पौधरोपण’ की परंपरा आरंभ करें। यह न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी जड़ों और मूल्यों से जुड़ने का भी माध्यम है।
कार्यक्रम में अन्य विशिष्ट अतिथि प्रो वाइस चांसलर प्रो. कल्पेश एच. वंद्रा, रजिस्ट्रार डॉ. धर्मेशकुमार डी. प्रजापति, तथा डीन डॉ. जसबीर कौर थडानी भी उपस्थित रहे। इस ओरिएंटेशन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विश्वविद्यालय की संस्कृति से परिचित कराना और उन्हें आंतरिक सुरक्षा, साइबर-सुरक्षा, फॉरेंसिक, रणनीति एवं नेतृत्व के लिए तैयार करना था। सभी नवप्रवेशित छात्र‑छात्राओं से अपेक्षा की गई कि वे RRU की जिम्मेदार और ऊर्जावान अकादमिक संस्कृति में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

