Wednesday , April 24 2024

कर्मचारियों के ‘दर्द’ में दिखा अपना ‘दर्द’, केजीएमयू के शिक्षकों ने दिया आंदोलन को समर्थन

-अपने लिए एसजीपीजीआई के समान वेतन/पेमेट्रिक्स, ग्रेच्युटी की मांग जारी रखेंगे, जरूरत पड़ी तो करेंगे कार्य बहिष्‍कार

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की टीचर्स एसोसिएशन ने केजीएमयू में कर्मचारियों के आंदोलन को सैद्धांतिक समर्थन देते हुए तय किया है कि शिक्षकों को एसजीपीजीआई के समान वेतन/पेमेट्रिक्स एवं ग्रेच्युटी जैसे सेवानिवृत्तिक लाभ दिये जाने की मांग जारी रखेंगे तथा आवश्‍यकता पड़ने पर शिक्षक सामूहिक कार्य बहिष्‍कार भी करेंगे।

टीचर्स एसोसिएशन की आज 6 सितम्‍बर को आयोजित बैठक में अपने आंदोलन की समीक्षा की। अध्‍यक्ष डॉ केके सिंह की अध्‍यक्षता में हुई बैठक में डॉ विनोद जैन, महासचिव डॉ संतोष कुमार सहित केजीएमयू के अनेक शिक्षक शामिल हुए। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए डॉ संतोष कुमार ने कहा कि सदस्‍यों का कहना था कि केजीएमयू अधिनियम/परिनियमावली में सरकार द्वारा प्रावधान किए जाने के बावजूद प्राशासनिक उदासीनता के कारण केजीएमयू के शिक्षकों को एसजीपीजीआई के समान वेतन/पेमेट्रिक्स एवं ग्रेच्युटी जैसे सेवानिवृत्तिक लाभ नहीं दिये जा रहे हैं। सदस्‍यों का कहना था कि  आम सभा द्वारा लिए गए  निर्णय के क्रम में समस्त शिक्षकों द्वारा 29 अगस्‍त से 5 सितम्‍बर तक काला फीता बांधकर प्रशासन का ध्यानाकर्षण किया गया, लेकिन शासन द्वारा इसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

बैठक में कहा गया कि इसी प्रकार केजीएमयू के कर्मचारियों की मांगों पर प्रशासनिक उदासीनता के कारण सभी कर्मचारी आज से कार्य बहिष्कार पर हैं, जिसका हम सभी शिक्षक सर्वसम्मति से समर्थन देते हैं। डॉ संतोष ने बताया कि आम सभा में निर्णय लिया गया कि कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार की अवधि में शिक्षकों द्वारा उन्हे सैद्धान्तिक समर्थन दिया जाय। शिक्षक संघ स्थिति पर नजर रखेगा।

उन्‍होंने बताया कि बैठक में सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया कि कर्मचारियों की वाजिब मांगों पर कार्य बहिष्कार रहने तक शिक्षकगण अपनी मांगों का समर्थन करते रहेंगे। इसके बाद भी हमारी वैधानिक मांगें पूरी न होने पर सभी शिक्षक सामूहिक कार्य बहिष्कार के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार एवं प्रशासन की होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.