-जन्मजात कटे होठ व तालू वाले बच्चों की फ्री सर्जरी के लिए आयोजित हुआ शिविर
-सीएमओ ने कहा, कुल 147 बच्चों का रजिस्ट्रेशन, अब तक 48 का हो चुका है ऑपरेशन
-आरबीएसके योजना में स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत हेल्थ सिटी हॉस्पिटल में हो रही सर्जरी
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। गोंडा जिले के मीरपुर ख्याला गाँव निवासी विशाल पाण्डेय ने बताया- उन्होंने जिला अस्पताल में इस कार्यक्रम और स्माइल ट्रेन के बारे में पढ़ा था। उनका बेटा पांच माह का है और उसे कटे तालू की समस्या थी जिसका ऑपरेशन अब हो गया है और वह ठीक है। इसमें हमारा एक भी पैसा नहीं लगा, हमें घर जाने का किराया भी मिला है।
इसी प्रकार सुल्तानपुर जिले के कोडवार गाँव के रहने वाले सुरेश की तीन वर्षीय बेटी का ऑपरेशन भी हुआ है। उसके तालू में छेद था, अब वह ठीक है सुरेश कहते हैं– उन्हें अपने रिश्तेदार से इस कैम्प के बारे में पता चला था। उसके बाद उन्होंने अस्पताल आकर सम्पर्क किया और अब बेटी का निःशुल्क ऑपरेशन हो गया है, वह इसके बारे में अपने गाँव और उसके आस-पास के लोगों को बतायेंगे, वह इसका प्रचार प्रसार भी करेंगे तथा आवश्यकता पड़ने पर वह स्वयं भी मरीजों को लेकर आयेंगे।
यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) से सम्बद्ध स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत जन्मजात कटे होंठ एवं तालू के बच्चों के निःशुल्क पंजीकरण शिविर में विशाल और सुरेश जैसे 147 पिताओं के बच्चों का पंजीकरण कटे होठ व तालू के फ्री ऑपरेशन के लिए किया गया है। शिविर का आयोजन 5 से 31 अगस्त तक हेल्थसिटी ट्रॉमा सेन्टर एवं सुपर स्पेशियालटी हास्पिटल के प्लास्टिक माइक्रोवैस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग में किया गया।
डॉ मनोज ने बताया कि इस दौरान विभागीय चिकित्सकों द्वारा लखनऊ सहित बाराबंकी, अयोध्या, हरदोई, रायबरेली, उन्नाव, सीतापुर, सुल्तानपुर, शाहजहांपुर आदि जिलों के 147 बच्चों का निःशुल्क परीक्षण एवं पंजीकरण किया गया, जिसमें से अब तक 48 मरीजों का निःशुल्क सफल आपरेशन किया जा चुका है और यह क्रम अभी जारी है। उन्होंने बताया कि जन्मजात कटे होंठ व तालू के मरीजों की समस्या व उनके निदान के लिए निःशुल्क चिकित्सा सेवा सुविधा को प्रदेश में प्रचारित-प्रसारित करने की आवश्यकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा- स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डॉ. वैभव खन्ना व उनके सहयोगी वरिष्ठ शल्य चिकित्सक डॉ. आदर्श कुमार सार्थक भूमिका निभा रहे हैं।
शिविर के बाद भी जारी रहेंगे फ्री ऑपरेशन : डॉ वैभव खन्ना
डा. वैभव खन्ना ने बताया कि यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा बच्चों में अधिक देखने को मिलता है। माता-पिता शुरुआती दौर में इस बीमारी को समझ नहीं पाते हैं। समय से उचित चिकित्सीय परामर्श न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है। अगर पैदायशी कटे होंठ वाला बच्चा 4 – 6 माह तक और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के 8 – 10 माह के दौरान किया जाये तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान रहती है। स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का यही वास्तविक उद्देश्य है। यदि आपके बच्चे की उम्र उसके आगे निकल गयी है तो भी सर्जरी हो सकती है लेकिन सही समय पर सर्जरी कराने से नतीजा सामान्य से ज्यादा अच्छा होता है। जन्मजात कटे होंठ व तालू की विकृति सर्जरी व अन्य उपचारों से पूरी तरह ठीक हो सकती है।
डा. वैभव ने बताया –पंजीकरण की प्रक्रिया 31 अगस्त के बाद भी जारी रहेगी जिसमें रोगियों का सम्पूर्ण इलाज निःशुल्क किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नम्बर- 9454159999 और 9565437056 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है |
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वी. के. दुबे ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह के शिविर जनमानस की भलाई के लिये लगाये जायेंगें। उन्होने डा. रोमेश कोहली, डॉ. एस0पी0एस0 तुलसी, डॉ. सुबोध कुमार की स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट में सशक्त भूमिका की प्रशंसा की। निःशुल्क परीक्षण एवं पंजीकरण शिविर को सफल बनाने में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डी0ई0आई0सी0 प्रबन्धक डा0 गौरव सक्सेना, मोबाइल हेल्थ टीमों, आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों, हेल्थसिटी हास्पिटल-स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट अवेयरनेस असिस्टेन्ट नीरज कुमार शर्मा, राकेश शर्मा, रमेश कुमार सोनी, वी0एच0 वेंकटेश, पुष्पेन्द्र सिंह व अमित शर्मा की सक्रिय व सकारात्मक भूमिका रही।