-केजीएमयू में आयोजित हुआ पैरामेडिकल के स्नातक कोर्स का इंडक्शन कार्यक्रम
-नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर केक नहीं, गणेशजी को लगाया मोतीचूर के लड्डू का भोग
सेहत टाइम्स
लखनऊ। राज्यसभा सांसद एवं यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि देश से मेधा का पलायन रुकना चाहिए। केजीएमयू के चिकित्सक निजी संस्थानों के चिकित्सकों से काफी आगे हैं उनका हुनर और अनुभव शानदार है। उन्होंने कहा कि आज भी केजीएमयू में प्रवेश पाना एक बडी उपलब्धि माना जाता है। छात्रों को मातृ संस्था को जीवन में कभी नहीं भूलना चाहिए। व्यक्ति के जीवन में उसके ज्ञान के केन्द्र और कर्म केन्द्र का बडा महत्व होता है और वहीं से उसे पहचान मिलती है।
यह बात डॉ शर्मा ने केजीएमयू में आज पैरामेडिकल के बैचलर कोर्स का इंडक्शन कार्यक्रम में शामिल होते हुए कही। कार्यक्रम में कुलपति सोनिया नित्यानंद, प्रति कुलपति डॉ. अपजीत कौर, डॉ अनिल निश्चल, डीन पैरामेडिकल डॉ के के सिंह, डीन डेंटल डॉ जी के सिंह, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ आरएएस कुशवाहा और डॉ विनोद जैन सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे। आज विश्वकर्मा जी को नमन किया गया तथा साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी के जन्म दिन पर उनको बधाई भी दी गयी।
डॉ शर्मा ने आगे कहा कि चिकित्सक और चिकित्सा पेशे से जुडे लोग मरीज के लिए भगवान की तरह होते हैं। इस संस्था के छात्र विदेश में भी देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कोविड के दौर का जिक्र करते हुए कहा कि चिकित्सक के व्यवहार, उपचार और मरीज के आत्मविश्वास से ही बीमारी पर विजय मिलती है। भारत की संस्कृति सर्वे भवन्तु सुखिन: की रही है जिसमे सबके सुख की कामना की गई है। पैरामेडिकल छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मरीज की दवा के जरिए की गई सेवा अनुभव प्रदान करेगी जबकि सच्चे मन से किया गया उपचार और सेवा ईश्वर का प्रिय बनाएगी जिससे वे और अधिक क्षमतावान होंगे। उन्होंने कहा आज भगवान विश्वकर्मा की जयंती है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस है।
उन्होंने विश्वकर्मा जयंती पर भगवान विश्वकर्मा को याद करते हुए कहा कि वे सृजन के प्रतीक हैं। आज का दिन उपकरणों व मशीनों की पूजा का दिन है। आज ही के दिन दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिन भी है। विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री से जीवन में कठिन से कठिन लक्ष्य को हासिल करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। विद्यार्थी के जीवन में उमंग और दृढ संकल्प होना चाहिए। जीवन का लक्ष्य अवश्य ही निर्धारित करना चाहिए। लक्ष्य से भटकाव नहीं ठहराव होना चाहिए, कार्य के प्रति अलगाव क्रियाशील चिकित्सक या छात्र को जीवन में गलत रास्ते पर ले जाता है। याद रखना चाहिए कि निर्णय लेने में देरी व्यक्ति की सफलता में बाधा बनती है। विद्यार्थी जीवन में उत्साह का होना बहुत जरूरी है। किसी दूसरे को आशान्वित करने के लिए व्यक्ति के चेहरे पर उत्साह उम्मीद का भाव होना चाहिए।
डॉ शर्मा ने कहा कि पैरा मेडिकल के क्षेत्र के लोगों से मरीजों को बहुत उम्मीद होती है। पैरा मेडिकल क्षेत्र के लोगों को चिकित्सक की अनुपस्थिति में चिकित्सक की तरह उसके दिए गए दिशा निर्देशों के अनुरूप अनुभव के आधार पर कार्य करना चाहिए। मरीज के आत्मविश्वास को बढाना चाहिए। पैरा मेडिकल क्षेत्र के कुशल लोगों की देशभर में बड़ी जरूरत है। उन्होंने पैरामेडिकल क्षेत्र में अन्य चिकित्सा विश्वविद्यालय के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ-साथ ए आई की नई तकनीक को अपनाते हुए आधुनिक शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने केजीएमयू के पुराने गौरवशाली इतिहास और परंपरा पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कुलपति पद्मश्री डॉ सोनिया नित्यानंद ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के जन्म दिवस पर हम अपने पैरामेडिकल के विद्यार्थियों का नया बैच प्रारंभ कर रहे हैं उन्होंने सभी को सत्य निष्ठा और कार्य के प्रति समर्पण की शपथ दिलवाई भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने मोती चूर के लड्डू का प्रसाद चढ़ाकर प्रधानमंत्री मोदी के जन्म दिवस को मनाया गया। उन्होंने स्मृति चिन्ह प्रदान कर मुख्य अतिथि डॉ दिनेश शर्मा का सम्मान किया और विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किये।


