-दीक्षांत समारोह में अपने सम्बोधन में ब्रजेश पाठक ने यूपी को नम्बर एक बनाने का किया आह्वान

सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुखिया उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि एसजीपीजीआई ने 40 वर्षों में बहुत नाम कमाया है, इन 40 वर्षों में पूरे प्रदेश में, दुनिया में नाम कमाने का काम किया है, इसकी चर्चा पूरी दुनिया में होती है। उन्होंने कहा कि हालांकि केजीएमयू (पूर्व में केजीएमसी) 110 साल पुराना है और आपका संस्थान 40 साल पुराना है, लेकिन मरीजों के मामले में प्रदेश में आपने नंबर एक पर स्थान बनाया और यह आपने अपनी मेहनत के बल पर हासिल किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे ढेर सारे ऐसे मरीज हमें मिलते हैं जो आपकी तारीफ करते हैं। उन्होंने कहा कि आप जानते हो निजी चिकित्सालयों की स्थिति यह है कि वहां बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध नहीं है, इलाज हमारे पास है, और जो लोग यहां से छोड़ कर जाते हैं, वे आपके ही नाम को बेच रहे हैं, उनसे कहो कि अगर आप हमें छोड़ कर जा रहे हो तो एक्स मत लिखो, यानी एक्स पीजीआई मत लिखो।
उपमुख्यमंत्री ने यह बात आज 16 सितम्बर को एसजीपीजीआई के दीक्षांत समारोह में भाग लेते हुए उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यहां से डिग्री प्राप्त कर जाने वाले स्टूडेंट्स को बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं देता हूं। चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में आपको ऐसी संस्था में प्रवेश मिला जहां प्रवेश के लिए सभी प्रयास करते हैं, लेकिन कुछ भागयशाली लोगों को मेहनत, बुद्धि, विवेेक, कौशल के बल पर मिल पाता है।
इसलिए आपको धरती पर भगवान के बाद दूसरा स्वरूप कहा गया है मुझे पूरा भरोसा है कि जैसा कि हमारे राज्य मंत्री ने कहा जितने भी बड़े आपको मिलेंगे चिकित्सक, जिनका पूरी दुनिया में नाम है, सब लोग सरकारी संस्थानों से ही निकले हैं। समांतर व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा की वजह से हम संस्था के हित को ध्यान नहीं दे पाते हैं, प्रायोरिटी नहीं दे पाते हमारा मानना है कि हमारी प्रायोरिटी उत्तर प्रदेश होना चाहिए हमारी संस्था होनी चाहिए हमारी मातृ संस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मानव मात्र की सेवा के लिए हम सबको प्रदेश को नंबर एक पर लाने के लिए काम करना है और मेरा मानना है कि अगर किसी भी राज्य को किसी भी देश को नंबर एक पर आना है तो उसके लिए शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, स्वास्थ्य क्षेत्र में अपना सर्वोच्च योगदान देने के लिए तैयार रहें और आपको हर स्थिति में जो दुखी व्यक्ति आपके समक्ष आया है उसकी सेवा के लिए समर्पित भाव से काम करना है।
श्री पाठक ने कहा कि हमको केवल एक चिंता रहती है लगातार क्योंकि हमारे पास ओवरलोड मरीजों का अधिक है हम लगातार आपके डाइरेक्टर साहब के संपर्क में रहते हैं आपके फैकल्टी मेंबर से भी कभी-कभी हमारी चर्चा हो जाती है कि संस्थान को हमें विस्तार किस ढंग से देना है कैसा देना है, यह आप सबको तय करना है हम चाहते हैं कि मरीज मैक्सिमम से मैक्सिमम इलाज पायें किसी को निराश ना होना पड़े परिजन जब हम लेकर भटकते हैं हमारे पास परिसर में आते हैं किसी का पिता पुत्र माता-पिता नाना नानी रोगों से ग्रसित आते हैं उनको निराश न होना पड़े। मेरा यही अनुरोध है कि सब लोग अपने प्रदेश के बारे में देश के बारे में सोचें और प्रधानमंत्री की जो परिकल्पना है, विकसित राष्ट्र में हम सब भागीदार बनें, ब्रांड एंबेसडर बनें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आमूल परिवर्तन लाने का काम यदि किसी ने किया है तो राज्यपाल ने। उन्होंने कहा कि पूर्व मेें पढ़ाई तो होती थी लेकिन नैक में ग्रेडिंग दर्ज नहीं करायी जाती थी, जब तक आपकी सफलता कहीं दर्ज न हो तो ऐेसे में कौन मानेगा कि आप अच्छे संस्थान हो। राज्यपाल ने इस दिशा में कदम उठाया और एकेटीयू के सभागार में नैक की टीम को बुलाकर के आप सबको ट्रेंड कराया, यह कार्यशाला दो दिन चली और दोनों दिन राज्यपाल वहां मौजूद रहीं, कार्यशाला पूरी होने के बाद उन्होंने सभी संस्थानों के मुखिया से कहा कि नैक में अपने संस्थान की सफलता दर्ज करायें। इसी का परिणाम है कि आज कई संस्थानों को नैक में ग्रेड मिला है। मैं डायरेक्टर साहब से कहूंगा जो भी व्यवस्था से जुड़े लोग हैं आप पीजीआई को देश का सर्वोच्च शिक्षा संस्थान, चिकित्सा संस्थान बनाने के लिए जो भी आप कहेंगे हर स्थिति में मैं आपके साथ खड़ा हूं। हमारा मानना है कि पीजीआई जब नंबर एक का देश का संस्थान बनेगा तो उत्तर प्रदेश नंबर एक पर पूरे राष्ट्र में आएगा। भारत विकसित होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यही सपना है।


