-संकाय व गैर संकाय कर्मियों के सभी खाली पदों पर होंगी भर्तियां
-नये वर्ष 2023 में किये जाने वाले कार्यों के बारे में दी जानकारी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन ने वर्ष 2022 के जाते-जाते अंतिम दिन नवीन वर्ष 2023 के अपने संकल्पों को व्यक्त करते हुए कहा है कि आपातकालीन चिकित्सा और गुर्दा प्रत्यारोपण सेवाओं में वृद्धि, मधुमेह के रोगियों के एक छत के नीचे सभी तरह के इलाज, सभी रिक्त पदों पर फैकल्टी और गैर संकाय कर्मियों की भर्तियां सहित कई अन्य सुविधाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि आपातकालीन चिकित्सा और गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र को प्रति सप्ताह 10-12 गुर्दा प्रत्यारोपण के साथ पूरी तरह कार्यात्मक बनाया जाएगा और आपातकालीन चिकित्सा के सभी बिस्तरों को कार्यात्मक बनाया जाएगा। इसी प्रकार एक ही छत के नीचे मधुमेह रोग की जटिलताओं सहित व्यापक देखभाल प्रदान करने के लिए उन्नत मधुमेह केंद्र को सितंबर 2023 तक कार्यात्मक कर लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि नवजात से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों और किशोर उत्तर प्रदेश की जनसंख्या का लगभग 40% हैं। उन्हें अपने विकास और वृद्धि के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। इसी के मद्देनजर एसजीपीजीआई में जल्द ही मेडिकल और सर्जिकल बाल चिकित्सा सुपर-स्पेशियलिटी की 2 इकाइयों और 22 विभागों से युक्त 573 बिस्तरों वाला ‘उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र’ आ रहा है। इससे संस्थान की बेड क्षमता 2168 से बढ़कर 2741 हो जाएगी।
इसी प्रकार हब के रूप में एसजीपीजीआई और यूपी के 6 पुराने राजकीय मेडिकल कॉलेजों को स्पोक के रूप में आधारित टेली-आईसीयू सेवा मॉडल शुरू किया जा रहा है और इसे अगले साल जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। बाद में, इस परियोजना का विस्तार 75 जिलों और आने वाले मेडिकल कॉलेजों तक किया जा सकता है।
प्रो धीमन के अनुसार 2023 में तीन नये विभागों पीडियाट्रिक एंडोक्राइनोलॉजी, सिर और गर्दन विभाग और संक्रामक रोगों के विभाग को क्रियाशील बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त सभी रिक्त पदों पर फैकल्टी की भर्ती की जायेगी तथा यूपी सरकार द्वारा हाल ही में कैडर पुनर्गठन के तहत स्वीकृत लगभग 2900 पदों पर गैर-संकाय पदों की भर्तीकी जायेगी।
उन्होंने बताया कि लेखांकन, खरीद, परियोजना प्रबंधन, जोखिम प्रबंधन और अनुपालन, और आपूर्ति शृंखला संचालन जैसी दिन-प्रतिदिन की व्यावसायिक गतिविधियों के प्रबंधन के लिए एसजीपीजीआई में ‘एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग’ (ईआरपी)’ शुरू किया जायेगा।