-कुलाध्यक्ष राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने जारी किया आदेश

सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के निदेशक पद्मश्री प्रो आरके धीमन को अगले तीन साल के लिए सेवा विस्तार मिल गया है। वर्तमान में उनका पांच वर्षीय कार्यकाल आज 7 फरवरी को समाप्त हो रहा था। अब नये आदेश के बाद प्रो धीमन फरवरी 2028 तक एसजीपीजीआई के निदेशक बने रहेंगे। नये आदेश में कुलाध्यक्ष राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा है कि संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान अधिनियम 1983 (यथासंशोधित 2025) की धारा 12 क(2) के अंदर प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए प्रो धीमन का कार्यकाल अगले तीन वर्ष या अग्रिम आदेशों तक बढ़ाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अन्य उपलब्धियों के साथ ही विशेष रूप से एसजीपीजीआई को नैक में टॉप स्थान देने के इनाम के रूप में यह विस्तार दिया गया है।
दोगुनी ताकत से संस्थान में कार्य करने की प्रेरणा मिली : प्रो धीमन


‘सेहत टाइम्स’ से अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से जब किसी व्यक्ति के किये हुए कार्यों की सराहना होती है तो एक पॉजिटिव एनर्जी आती है, यही पॉजिटिव एनर्जी व्यक्ति को कार्य को और अच्छा करने की प्रेरणा देती है। संस्थान और मरीजों के हित में किये गये मेेरे कार्यों को देखते हुए मुझे तीन साल का जो एक्सटेंशन दिया गया है, यह मुझे संस्थान के लिए दोगुनी ताकत से कार्य करने की प्रेरणा देगा। आपको बता दें कि माना जा रहा है कि कोविड कार्यकाल में प्रो धीमन के योगदान के साथ ही संस्थान में मरीजों के लिए शुरू की गयीं विभिन्न प्रकार की सुविधाओं, संस्थान को नैक में टॉप रेटिंग जैसी उपलब्धियों के चलते उन्हें यह सेवा विस्तार दिया गया है।
ज्ञात हो प्रो धीमन के कार्यकाल की समाप्ति को देखते हुए नये निदेशक की तलाश के लिए पिछले दिनों प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। इस मसले पर संस्थान के अंदर ही फैकल्टी फोरम ने प्रो आरके धीमन के खिलाफ खुलकर सामने आये थे और एक पत्रकार वार्ता करके फैकल्टी फोरम की आम सभा की बैठक में प्रो धीमन के ऊपर अनेक गंभीर आरोप लगाये जाने की जानकारी दी थी। फोरम ने मांग की थी कि प्रो धीमन के 7 फरवरी को समाप्त हो कार्यकाल पर उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाये तथा नये निदेशक की नियुक्ति की जाये। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कुलाध्यक्ष की ओर से प्रो धीमन को तीन साल का एक्सटेंशन दे दिया गया।
