-20 सूत्रीय मांगों को लेकर 17 दिसम्बर से होना था पूर्ण कार्य बहिष्कार
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के आंदोलन के दवाब में आज शासन में संगठन की दो स्तर पर वार्ता संपन्न हुई। पूरे दिन चली मैराथन बैठक के उपरांत देर रात्रि शासन एवं महानिदेशक द्वारा की गई अपील को देखते हुए पदाधिकारियों से ली गयी राय के उपरांत कल 17 दिसम्बर से आंदोलन कार्यक्रम स्थगित किया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष एवं डीपीए के कार्यकारी अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि प्रातः 11 बजे शासन में सचिव से संघ की वार्ता संपन्न हुई, उसके बाद अपराहन 3:30 बजे अपर मुख्य सचिव, सचिव, महानिदेशक एवं शासन के अन्य अधिकारियों के साथ संघ के पदाधिकारियों की सौहार्दपूर्ण वातावरण में विस्तार से वार्ता हुई। वार्ता में अधिकांश मांगों पर सहमति बनी, वेतन विसंगति के मुद्दे पर मुख्य सचिव कमेटी की बैठक में जल्द ही निर्णय किया जाएगा। पदनाम परिवर्तन, संवर्ग पुनर्गठन, पदों के मानक में संशोधन एवं तदनुसार पद सृजन, न्यूनतम योग्यता में परिवर्तन, ब्रिज कोर्स, ट्रॉमा सेंटर में पदों का सृजन, 100 बेड के चिकित्सालय में मानक के अनुसार अधिक बेड के चिकित्सालय के मानक बनाने, पूर्व में जिन चिकित्सालय में मानक के अनुसार पद सृजित नहीं है, उनमें मानक के अनुसार पद सृजित करने, सर्जिकल स्टोर से संबंधित चार्ज के संबंध में परिपत्र निर्गत करने, ओ एस डी एवं संयुक्त निदेशक के पदों पर इसी माह डीपीसी किए जाने, चीफ फार्मेसिस्ट एवं प्रभारी के रिक्त पदों पर शीघ्र पदोन्नति किये जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में शासन के अधिकारियों के साथ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा, प्रांतीय अध्यक्ष संदीप बडोला, कार्यकारी अध्यक्ष सुनील यादव, उपाध्यक्ष राजेन्द्र पटेल, महामंत्री उमेश मिश्रा, आर एन डी द्विवेदी, सुशील त्रिपाठी उपस्थित रहे।