-सम्वर्गीय पुनर्गठन की मुख्य मांग को लेकर कर्मचारी कार्य से विरत
-उपमुख्यमंत्री का आश्वासन, मांगों को लेकर जल्दी होगा शासनादेश
– कर्मचारियों का ऐलान, शासनादेश होने तक जारी रहेगा कार्य बहिष्कार
-केजीएमयू प्रशासन का दावा नये-पुराने 1427 मरीजों को देखा गया
सेहत टाइम्स
लखनऊ। मुख्य रूप से सम्वर्गीय पुनर्गठन सम्बन्धी शासनादेश जारी किये जाने की मांग को लेकर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने आज से ओपीडी सेवाओं को ठप कर दिया है। इसके चलते आज सैकड़ों मरीजों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। हालांकि कार्डियक, इमरजेंसी जैसी सेवाएं जारी रहने के कारण ओपीडी में दिखाने आये कुछ मरीजों ने वहां दिखाया। केजीएमयू प्रशासन के अनुसार 540 नये रोगियों तथा 887 पुराने मरीजों को ओपीडी की सेवाएं दी गयी हें। इस बीच उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि केजीएमयू के कर्मचारियों और शिक्षकों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना सकारात्मक रुख दिखाया है और वित्त विभाग को मामला संदर्भित कर दिया है, उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में आज ही शासनादेश जारी हो जायेगा। कुलपति ने भी कर्मचारियों से कार्य बाधित न करने की अपील की है।
इस बारे में कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि सम्वर्गीय पुनर्गठन की मांग वर्षों से लम्बित है, लम्बे समय से अधिकारी आश्वासन दे रहे हैं लेकिन इसे पूरा करने की दिशा में कदम नहीं उठाया गया है। हम लोगों ने आज 6 सितम्बर से ओपीडी ठप करने की नोटिस पूर्व में ही दे दी थी। उन्होंने दावा किया कि मुख्य ओपीडी बिल्डिंग में आज सेवाएं पूरी तरह ठप रही हैं, यहां एक भी परचा नहीं बना है। उन्होंने कहा कि हमारा कार्य बहिष्कार सम्वर्गीय पुनर्गठन का शासनादेश होने तक लगातार जारी रहेगा। जब उनसे पूछा गया कि मरीज परेशान हाल है उसके विषय में आपने नहीं सोचा तो उनका जवाब था कि इमरजेंसी सेवाएं व विभाग में सेवाएं जारी हैं, वहां जाकर मरीज को दिखाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब तक इस सम्बन्ध में शासनादेश नहीं हो जाता है, तब तक ओपीडी सेवाएं ठप रखी जायेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो हम इमरजेंसी सेवाएं भी ठप करेंगे।
केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने बताया है कि के जी एम यू कर्मचारियों एवं शिक्षकों के प्रदर्शन के चलते कुलपति किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने शिक्षकों एवं कर्मचारियों की मांग से शासन एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय को अवगत करा दिया है।
प्रवक्ता के अनुसार कुलपति द्वारा अपील की गई है कि रोगियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सभी संविदा कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वें अपनी सेवाएं लगातार बनाये रखें।
दूसरी ओर परेशान हाल मरीज और उनके तीमारदारों का कहना था कि हम लोगों की क्या गलती है, अगर आज हड़ताल थी तो इसकी सूचना हमें पहले से एसएमएस से देनी चाहिये थी, हम आज यहां न आते। हमें आज का एप्वाइंटमेंट क्यों दिया गया। ज्ञात हो केजीएमयू में लखनऊ के दूरदराज इलाकों से ही नहीं यूपी के दूसरे जिलों से भी मरीज यहां दिखाने आते हैं।