कोरोना संक्रमण काल से गुजरने के दौरान इससे सबक लेते हुए हमें आगे के जीवन में क्या-क्या सावधानियां बरतनी होंगी, अपनी जीवन शैली में क्या सुधार लाना होगा, इसे लेकर ‘सेहत टाइम्स‘ ने सेहत सुझाव देने की अपील करते हुए अपने प्रिय पाठकों से सुझाव मांगे थे। हमें खुशी है इस पर हमें सम्मानित पाठकों के विचार और सुझाव मिल रहे हैं, इसके लिए ‘सेहत टाइम्स‘ पाठकों का धन्यवाद अदा करता है। इन सुझावों को हम प्रकाशित करने का क्रम शुरू कर रहे हैं।
आज, हम कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं… एक अदृश्य शत्रु के खिलाफ युद्ध है यह, और हमें बहुत सतर्क रहना होगा। हमें यह तय करना होगा कि हमारे घरेलू और पेशेवर जीवन को विशेष रूप से अगले 3-6 महीनों के लिए कैसे विनियमित किया जाए और उसके बाद भी पुनर्मूल्यांकन करके ही अपनी जीवन शैली तय करनी होगी, इसके लिए बेहतर यही है कि हम एक-एक कदम आगे बढ़ें। अभी तक के अनुभव से हमें ज्ञात हुआ है कि हम कोविड-19 के प्रसार को व्यक्ति की भौतिक दूरी (फिजिकल डिस्टैंसिंग) से रोक सकते हैं। दरवाजे की कुंडी, लिफ्ट बटन, हैंडल आदि जैसी चीजों को छूने से परहेज करते हुए अक्सर रगड़कर साबुन से हाथ धो रहे हैं। जहां तक संभव हैै, भोजन और अन्य वस्तुओं की होम डिलीवरी से बच रहे हैं। इस वायरस को रोकने के लिए इन मानक प्रोटोकॉल और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करके, हम वास्तव में किसी और के लिए नहीं बल्कि खुद, हमारे परिवार और हमारे पड़ोसियों का हम खयाल रख रहे हैं। ध्यान रहे, हमें आगे भी बंद और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने, अनावश्यक यात्रा और बाहरी गतिविधियों से परहेज करना होगा, साथ ही घर से बाहर निकलते पर मास्क का प्रयोग आवश्यक रूप से करना होगा। मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यदि हम सभी मिलकर इस अदृश्य दुश्मन के खिलाफ लड़ाई लड़ते हैं, तो हम निश्चित रूप से इस युद्ध को जीतेंगे। हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक लंबी लड़ाई है …
-प्रो एपी टिक्कू विभागाध्यक्ष, कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडॉन्टिक और पूर्व डीन फैकल्टी ऑफ डेंटल साइंसेज, केजीएमयू, लखनऊ, उत्तर प्रदेश, (भारत)