Sunday , April 28 2024

शरीर को जीवंत रखता है फेफड़ा, इसे बचाने के करने होंगे उपाय : प्रो सूर्यकान्‍त

-विश्‍व फेफड़ा दिवस पर केजीएमयू के पल्‍मोनरी मेडिसिन विभाग के मुखिया की लोगों से अपील

प्रो सूर्यकांत

सेहत टाइम्‍स  

लखनऊ। हम पेड़ों से ऑक्‍सीजन लेते हैं, जो हमें सांस के द्वारा मिलती है, यह सांस हम अपने फेफड़ों के द्वारा लेते हैं, बिना सांस हमारा शरीर निर्जीव है, यानी शरीर का सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण अंग हमारे फेफड़े हैं, ऐसे में जरूरत इस बात की है कि हम इस सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण अंग को स्‍वस्‍थ रखें। आज 25 सितम्‍बर को विश्‍व फेफड़ा दिवस है, इस दिवस पर हमें संकल्‍प लेना होगा कि हम अपने फेफड़ों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए हरसंभव उपाय करेंगे, हमें इन उपायों में वायु प्रदूषण को रोकने और धूम्रपान से दूर रहने जैसे प्रयास करने होंगे।  

यह बात आज विश्व फेफड़ा दिवस पर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकांत ने अपने एक संदेश में कही। उन्‍होंने कहा कि शरीर को ऑक्सीजन देने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका हमारे फेफड़ों की है यानी फेफड़े हमारे शरीर के सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंग हैं, क्योंकि यदि यह हमें सांस न दें तो हमारा पूरा शरीर मृत हो जाता है, ऐसे में हमारा यह फर्ज है कि हम अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखें।

उन्होंने कहा कि हमारे फेफड़े प्रतिदिन 10,000 लीटर सांस लेते हैं जिसमें 500 लीटर ऑक्सीजन होती है, यही ऑक्सीजन हमारे पूरे शरीर को जीवंत रखती है। ऐसे में हमें फेफड़ों की अत्यंत देखरेख करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि‍ फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए हमें आज विश्व फेफड़ा दिवस पर कुछ संकल्प करने होंगे। उन्होंने कहा इसके तहत पहला संकल्प हम यह लें कि‍ हम कभी धूम्रपान नहीं करेंगे, यही नहीं जो व्यक्ति धूम्रपान कर रहा होगा उसके पास भी हम नहीं बैठेंगे क्योंकि पैसिव स्मोकिंग यानी दूसरे के धूम्रपान करने से निकलने वाले धुएं को भी जो व्यक्ति अपनी सांस में लेता है उसे भी नुकसान होता है। हम ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लगाएंगे इसके लिए हम हमारे यहां होने वाले जन्‍मदिन, शादी की सालगिरह जैसे समारोहों में उसकी वर्षगांठ की संख्या के बराबर पौधे लगाएंगे।  

उन्‍होंने कहा कि इसके अलावा जो महिलाएं अब भी चूल्हे पर खाना बनाती हैं, उन्हें चूल्हे के धुएं से बचाने के लिए भारत सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत एलपी गैस दिलाने का प्रयास करेंगे। इसके अतिरिक्त हम प्रदूषण को समाप्त करने में अपना हर संभव योगदान देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.