-नशा न करने वालों को आगे भी जीवन भर न करने का संकल्प दिलाने का किया आह्वान
-31 दिसम्बर 2022 तक देश भर में 10 करोड़ लोग ले चुके हैं संकल्प
सेहत टाइम्स
लखनऊ। केंद्रीय मंत्री व मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर ने अपनी सांसद निधि से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए की लखनऊ शाखा स्थित ब्लड बैंक को 10 लाख रुपये देने की घोषणा करते हुए प्रत्येक माह एक व्यक्ति को जीवन में कभी भी नशा न करने का संकल्प दिलाकर नशामुक्त भारत बनाने के अभियान में अपना योगदान देने की अपील की है।
कौशल किशोर ने यह घोषणा आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के मौके पर यहां आईएमए कार्यालय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर उपस्थित डॉक्टरों व अन्य लोगों को सम्बोधित करते हुए की। सांसद ने कहा कि हमें नशामुक्त भारत बनाना है, उन्होंने कहा कि नशे के चलते उन्होंने तीन साल पूर्व अपना बेटा खोया है, मुझे अफसोस है कि मुझे चार साल पता चला था कि वह नशा करता था। इस घटना के बाद से नशामुक्त आंदोलन की धार को मैंने तेज करने का संकल्प लिया है आज भी देश भर में स्वयं पहुंचकर या वर्चुअली लोगों को नशामुक्त आंदोलन से जोड़ने के कार्य में लगा हुआ हूं।
उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2020 में 1000 लोगों के साथ अभियान शुरू किया था तथा 31 दिसम्बर, 2022 तक इससे 10 करोड़ लोग जुड़कर संकल्प ले चुके हैं कि वे जीवन में नशा नहीं करेंगे, ये वे लोग हैं जो नशा नहीं करते हैं, उन्होंने कहा कि नशे को ना और खुशियों को हां का विचार रखते हुए अगर सिर्फ उन्हीं लोगों को संकल्प दिलाया जाये जो नशा नहीं करते हैं तो धीरे-धीरे नशा करने वालों की संख्या अपने आप कम होती जायेगी और एकदिन ये नशे की दुकानें अपने आप बंद हो जायेंगी। उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर, 2023 तक 23 करोड़ लोगों को नशा न करने का संकल्प दिलाने का लक्ष्य है।
उन्होंने आह्वान किया कि आप मेडिकल लाइन से जुड़े लोग आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर अपने-अपने घर के आसपास के लोगों को एकत्र करते हुए एक वीडियो बनायें जिसमें नशामुक्ति का संकल्प लेते हुए यह कहें कि ‘हम सभी लोग यह संकल्प लेते हैं कि अपने जीवन में किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करेंगे, हम अपने मित्रों को भी नशा नहीं करने देंगे और नशामुक्त भारत बनाने के लिए हम आखिरी सांस तक इस आंदोलन से जुड़ेंगे और जल्दी ही नशामुक्त भारत बनाने का काम कर लेंगे’ उन्होंने कहा कि ऐसा वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर जारी करें।
कौशल किशोर ने यह भी कहा कि स्मार्ट फोन पर आप लोग गुड मॉर्निंग और शुभ रात्रि के मैसेज भेजते हैं, बस उसमें यह बदलाव ले आइये कि इसमें नशामुक्त शब्द जोड़कर नशामुक्त गुड मॉर्निंग, नशामुक्त शुभ रात्रि लिखना शुरू कीजिये, हो सकता है कुछ लोग आलोचना करें लेकिन उसकी परवाह न करते हुए आप ऐसा करना जारी रखें, देखियेगा एक दिन सब इसी रंग में रंग जायेंगे, जिससे नशामुक्ति की चर्चा को बल मिलेगा।
इससे पूर्व आईएमए लखनऊ के अध्यक्ष डा जेडी रावत ने आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि सेहत के लिए तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है। तंबाकू या धूम्रपान व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर डालता है। उन्होंने कहा कि यह बात जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। लोगों में बीड़ी, सिगरेट और गुटखा आदि के सेवन से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
आईएमए लखनऊ के सचिव डॉ संजय सक्सेना ने अपने सम्बोधन में बताया कि धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक हो सकता है। कुछ अध्ययनों में पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक बताया गया है। इसके अलावा तम्बाकू का उपयोग से कैंसर या फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगों को तंबाकू के सेवन से रोकने के लिए इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रति वर्ष दुनियाभर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस यानी वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है। तंबाकू निषेध दिवस मनाने की जरूरत कब और क्यों महसूस की गई, वहीं इस दिन का महत्व आदि के बारे में जानकर दूसरों को भी जागरूक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि तंबाकू के सेवन से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 1987 में तंबाकू निषेध दिवस मनाने का फैसला लिया। इसके अगले वर्ष यानी 1988 में पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस अप्रैल माह में मनाया गया। हालांकि बाद में इसे मनाने के लिए मई माह में एक तारीख निर्धारित की गई।
उन्होंने कहा कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस की हर साल एक विशेष थीम तय होती है। इस वर्ष की थीम काफी खास है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023 की थीम ‘वी नीड फूड-नॉट टोबैको’ है। इस थीम का उद्देश्य तंबाकू किसानों को वैकल्पिक फसल उत्पादन के बारे में जागरूक करना है। आज के इस कार्यक्रम में आईएमए के दर्जनों पूर्व व वर्तमान पदाधिकारी, सदस्य भी मौजूद रहे, इनमें डॉ सरिता सिंह, डॉ ऋतु सक्सेना, डॉ पीके गुप्ता, डॉ आरके सिंह, डॉ मनीष टंडन, डॉ वीरेन्द्र यादव, डॉ सरस्वती देवी, डॉ शाश्वत सक्सेना, अविरल श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।