-एसिडिटी दूर करने वाली दवा में पाये गये हैं कैंसर का खतरा पैदा करने वाले तत्व
-ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने जारी की सार्वजनिक स्वास्थ्य चेतावनी
नयी दिल्ली/लखनऊ। व्यक्ति दवा खाता है तबीयत ठीक करने के लिए लेकिन अगर यही दवा ठीक करने के बजाये कैंसर जैसी बीमारी दे दे तो निश्चित ही यह चिंता की बात है। कुछ ऐसी ही रिपोर्ट मिली है एसिडिटी (Acidity Medicine) को दूर करने के लिए फेमस दवा रेनिटिडाइन (Ranitidine) के बारे में। ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने एंटी-एसिडिटी दवा Ranitidine पर सार्वजनिक स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ब्रिटिश कम्पनी ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स द्वारा बनायी जाने वाली यह दवा भारत में जिंटेक के नाम से बिकती है, जिसे कंपनी ने वापस मंगा लिया है। दरअसल ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने जीएसके को निर्देश दिया है कि वह इस दवा में कैंसर कारक तत्व होने की जांच करें। ड्रग कंट्रोलर की ओर से जारी बयान में कहा है कि रेनिटिडाइन (Ranitidine) दवा में कई ऐसे केमिकल पाए गए हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा हो सकता है। कैंसर कारक तत्व होने की बात सबसे पहले अमेरिका के यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने पता लगायी थी।
आपको बता दें कि रेनिटिडाइन दवा का इस्तेमाल सिर्फ एसिडिटी में ही नहीं होता, बल्कि अन्य रोगों की दवा के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जीएसके के प्रवक्ता का कहना है कि उन्होंने भारत सहित सभी बाजारों में Ranitdine के डिस्ट्रीब्यूशन और सप्लाई को बंद कर दिया है। इसके साथ ही Saraca लैब में बनाने वाली Zinetac दवाइयों का निर्माण भी रोक दिया है। आपको बता दें कि भारत में रेनिटिडाइन का बाजार 688.6 करोड़ का है।
भारत में दवाइयों की क्वॉलिटी, सेफ्टी और क्षमता-गुणवत्ता को नियंत्रित करने वाली संस्था द सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने रेनिटिडाइन से जुड़े इस मामले को एक्सपर्ट कमिटी के पास भेज दिया है। यह कमेटी देशभर में अलग-अलग ब्रैंड्स के नाम से बिक रही रेनिटिडाइन दवा की जांच करेगी।