-राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कर्मचारी संघ व आयुष फार्मासिस्ट संघ ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर की मांग
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कर्मचारी संघ व आयुष फार्मासिस्ट संघ ने संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश के अंतर्गत कार्यरत अल्पवेतन भोगी एन एच एम कर्मियों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करने व उनके वेतन वृद्धि के लिए पत्र लिखते हुए मांग की है कि डेटा एंट्री ऑपरेटर, ऑप्टोमेट्रिस्ट, आयुष फार्मासिस्ट, ए एन एम, डेंटल हाईजिनिस्ट, फीजियोथेरेपिस्ट व काउंसलर द्वारा अपना पूर्ण योगदान प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में देने के उपरांत भी उनका वेतन न्यूनतम मानकों से बहुत कम है।
आर बी एस के संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आनन्द प्रताप सिंह ने मांग की है कि जो कर्मचारी 12 से 18 हजार के अल्पवेतन पर कार्य कर रहे हैं उनको प्रति वर्ष भारत सरकार से मिलने वाले 3 प्रतिशत अतिरिक्त बजट का उपयोग करते हुए एक सम्मानजनक वेतन तय किया जाय ताकि उनके परिवार का भरण पोषण थोड़ा बेहतर हो सके।
आयुष फार्मासिस्ट संघ के प्रदेश अध्यक्ष अम्मार जाफरी ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों पर निर्भर हैं और इस दशा में अल्पवेतन भोगियों पर सरकार व मिशन निदेशालय द्वारा ध्यान न दिया जाना कर्मचारियों के अंदर एक आक्रोश को जन्म दे रहा है। संगठन अध्यक्षों ने सरकार से तत्काल इस मुद्दे का संज्ञान ग्रहण करते हुए एक सम्मानजनक मानदेय देने की मांग की है।