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मस्तिष्‍क से जुड़ी बीमारियों व ट्रॉमा की स्थिति में कैसे करें उपचार

-लोहिया संस्‍थान में ‘Problem based learning & discussion in neuro critical care’ पर दो दिवसीय कार्यशाला शुरू

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के एनेस्थीसियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग द्वारा कंप्रिहेंसिव न्यूरो क्रिटिकल केयर कोर्स की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 5 से 6 अगस्त तक किया जा रहा है। जिसका विषय ‘न्यूरो क्रिटिकल केयर में समस्या आधारित शिक्षा और चर्चा’ “Problem based learning & discussion in neuro critical care”
है। कार्यक्रम के प्रथम दिन कार्यशाला एवं सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रि‍गेडियर प्रो0 टी0 प्रभाकर, पूर्व वॉइस चांसलर, उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज, सैफई, इटावा एवं संस्थान की निदेशक प्रो0 सोनिया नित्यानंद के द्वारा दीप प्रज्ज्‍वलित कर किया गया। ब्रिगेडियर प्रो0 टी प्रभाकर ने बताया कि इस कार्यशाला में मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों व ट्रॉमा के केसों में मरीज को सही समय पर व कुशलता पूर्वक उपचार करने की जानकारी दी जायेगी।

प्रो0 सोनिया नित्यानन्द ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों से चिकित्सकों को मरीजों का बेहतर उपचार करने में मदद मिलेगी। प्रो सोनिया नित्यानन्द ने बताया कि एनेस्थीसियोलॉजी एवं क्रिटिकल केयर विभाग में जल्द ही डीएम न्यूरो एनेस्थीसिया एव डीएम पेन मेडिसिन की शुरूआत की जायेगी।

विभागाध्यक्ष प्रो दीपक मालवीय ने न्यूरो क्रिटिकल केयर की एक अलग यूनिट बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं। इसके बन जाने से भविष्य में न्यूरो क्रिटिकल केयर के मरीजों को लोहिया संस्थान में बेहतर इलाज मिल सकेगा। डॉ पीके दास ने भी विभाग में न्यूरो क्रिटिकल केयर की यूनिट बनाने पर जोर दिया।

मेदांता गुरुग्राम से आयी डॉ0 वसुधा सिंघल ने न्यूरो के गंभीर मरीजों की सीटी स्कैन व एमआरआई सिर की गंभीर चोट व मस्तिष्क के आघात के मरीजों को कैसे पहचानना है एवं उनका बेहतर इलाज कैसे किया जा सकता है, उसकी जानकारी दी।
एम्स दिल्ली से आयी डॉ चारू महाजन ने सिर की गंभीरचोट के मरीजों का इलाज इमरजेंसी से लेकर आईसीयू तक कैसे किया जाये जिससे उनका बेहतर इलाज हो सके, के बारे में जानकारी दी।
पीजीआई चंड़ीगढ़ से आये डॉ0 अंकुर लूथरा ने न्यूरो के मरीजों की बेहतर निगरानी प्रणाली के संबंध में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने न्यूरो के मरीजों के लिए उपयोग होने वाले उपकरणों के संबंध में जानकारी दी। जैसे दिमाग के पानी का प्रेशर, दिमाग के खून का प्रेशर व दिमाग में ऑक्सीजन की मात्रा एवं मेटाबॉलिज्म के बारे में जानकारी दी।

एसजीपीजीआई लखनऊ से आये डॉ0 देवेन्द्र गुप्ता ने न्यूरो के मरीजों के परीक्षण से कैसे मरीज का बेहतर उपचार किया जा सके उसके संबंध में जानकारी दी। डॉ0 निधि गुप्ता ने न्यूरो क्रिटिकल केयर में मरीजों को प्रारम्भिक तौर पर कैसे इलाज एवं प्रबंधन करें के संबंध में जानकारी दी। डॉ इन्दू कपूर ने बताया कि रीढ़ की हड्डी की चोट का इलाज एवं प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में आयोजन सचिव डॉ0 मनोज कुमार गिरी, प्रो0 शशि श्रीवास्तव, मेदान्ता लखनऊ से डॉ0 सी0के0 पाण्डेय, डॉ0 शिवानी रस्तोगी, डॉ0 वीरेन्द्र कुमार, डॉ0 सुजीत राय, डॉ0 शिल्पी मिश्रा, डॉ0 मनोज त्रिपाठी, डॉ0 एस0एस0 नाथ, डॉ0 सूरज कुमार, डॉ0 समीक्षा पराशर सहित विभाग व संस्थान के अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

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