-प्रो सूर्यकांत की अध्यक्षता में गठित दो सदस्यीय कमेटी सोमवार को देगी जांच रिपोर्ट
-उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा केस आगरा में ही पाये गये
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के सर्वाधिक केस ताजनगरी आगरा में पाये गये हैं, अब तक 189 केस सामने आ चुके हैं। आगरा में इसका इलाज यहां के एसएन मेडिकल कॉलेज में हो रहा है, आखिर आगरा में इतने केस कैसे बढ़ गये इसमें कहां चूक हुई है, मेडिकल कॉलेज स्तर पर जो तैयारियां की गयीं वे कितनी कारगर रहीं, उनमें कहीं कोई चूक हुई, लोगो को दिये गये प्रशिक्षण का क्या असर रहा, जैसी बातों को लेकर बढ़े हुए केसों के लिए सरकार ने पड़ताल कराने का निर्णय लिया, इसी निर्णय के तहत केजीएमयू के पल्मोनरी विभाग के अध्यक्ष प्रो सूर्यकांत के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम गठित की गयी है, यह टीम सोमवार को अपनी रिपोर्ट सरकार को प्रेषित करेगी।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के दृष्टिगत उ0प्र0 शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज, आगरा में आईसोलेशन वार्ड, आई0सी0यू0 एवं कोरोना संक्रमण के संदिग्ध प्रकरणों से संबंधित वार्डों इत्यादि में इंफेक्शन प्रिवेन्शन कंट्रोल की सुविधा तथा कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए दिए गए प्रशिक्षण के संबंध में थर्ड पार्टी ऑडिट कराए जाने के लिए प्रस्तावित ऑडिट टीम में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सकों को नामित किए जाने की अपेक्षा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा की गई थी।
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इसी क्रम में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट द्वारा विश्वविद्यालय के दो चिकित्सक रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकांत एवं मेडिसिन विभाग के प्रो0 विवेक कुमार के नाम प्रस्तावित किए गए नामों को ही उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज, आगरा में थर्ड पार्टी ऑडिट के लिए नामित किया गया। इन चिकित्सकों की बनाई गई थर्ड पार्टी ऑडिट टीम द्वारा मेडिकल कॉलेज, आगरा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारणों तथा उसकी रोकथाम के लिए मेडिकल कॉलेज, आगरा में की गई व्यवस्था, दिए गए प्रशिक्षण के सन्दर्भ में अध्ययन कर कारणों तथा उपायों को इंगित कर अपनी रिपोर्ट उ0प्र0 शासन को प्रेषित कर देगी।
आपको बता दें कि प्रो सूर्यकांत ने पहले भी सभी जिलों के चिकित्सा कर्मियों को कोरोना वायरस के मरीज का उपचार करने के बारे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जानकारी दी थी। इसके अलावा भी कोरोना वायरस के उपचार, रोकथाम को लेकर प्रो सूर्यकांत के वीडियो भी जारी हुए हैं। माना जा रहा है कि इसीलिए प्रो सूर्यकांत का चुनाव इसके ऑडिट के लिए किया गया है।