-परमपिता परमात्मा शिव से योग लगाकर ही आत्मा पा सकती है अपनी खोई हुई शक्तियां
–ब्रह्माकुमारी जानकीपुरम सेवा केंद्र ने दीवाली से पूर्व आयोजित किया सेलिब्रेशन ऑफ लाइट विदिन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। वर्तमान समय में जीवन मूल्यों में गिरावट आने के कारण ही संपूर्ण संसार में पांचों विकारों की व्यापकता है सतयुग से कलयुग तक आते-आते आत्मा की शक्तियां प्राय लुप्त हो चुकी हैं आत्मा अपने ओरिजिनल स्वरूप गुणों से विस्मृति हो चुकी है।
यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार ये विचार अमेरिका से आयीं वरिष्ठ राज योगिनी शिक्षिका सिस्टर डेनिस ने 27 अक्टूबर को यहां ब्रह्माकुमारीज जानकीपुरम द्वारा मनाये गये दिवाली प्रोग्राम सेलीब्रेशन ऑफ लाइट celebration of light में व्यक्त किये। सिस्टर डेनिस 50 वर्षों से ब्रह्माकुमारी परिवार से समर्पित रूप से देश एवं विदेश में आध्यात्मिकता एवं राजयोग की शिक्षा दे रही हैं।
ब्रह्माकुमारी जानकीपुरम सेवा केंद्र द्वारा दीवाली के पूर्व आयोजित सेलिब्रेशन ऑफ लाइट विदिन कार्यक्रम में सिस्टर डेनिस ने कहा कि आत्मा की शक्तियों को फिर से पाने के लिए राजयोग का अभ्यास ही एकमात्र उपाय है। जिसमें स्वयं को आत्म स्वरूप में स्थित करके सर्वशक्तिमान ज्योतिर बिंदु परमपिता परमात्मा शिव से योग यानी कनेक्शन लगाकर ही आत्मा अपनी खोई हुई शक्तियां प्राप्त कर सकती है जिसके द्वारा ही संसार में व्याप्त विकार पर विजय प्राप्त की जा सकती है दिवाली का आध्यात्मिक रहस्य भी यही है जब हम स्थल दीपक की जगह अपनी आत्मा की ज्योति परमात्मा से कनेक्ट होकर प्रज्वलित करते हैं
इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे जिनमें मुख्यतः सीनियर एडवोकेट हाई कोर्ट ए के मिश्रा, शाश्वत सहभागी संस्था से देवेंद्र मिश्रा शामिल रहे। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ दीप प्रज्ज्वलन का कार्यक्रम भी हुआ।