-राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, लोक सेवा आयोग, प्रयागराज से भर्ती कराने की मांग
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में नर्सिंग भर्ती के लिए निजी कंपनी को ठेका दिये जाने के प्रस्ताव पर उंगलियां उठने लगी हैं। राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नर्स की नियुक्ति प्रक्रिया शासन द्वारा निर्धारित नियमावली के अनुसार लोक सेवा आयोग प्रयागराज से कराने की मांग की है।
राजकीय नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार द्वारा शासन को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि केजीएमयू रजिस्ट्रार का पत्र विगत 22 6 2023 को जारी किया गया है जिसमें नर्सिंग भर्ती कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) द्वारा किए जाने की तैयारी की गई है। मुख्यमंत्री से पत्र में अनुरोध किया गया है कि इससे पूर्व 2015-16 में केजीएमयू में भर्ती की गई थीं, जिसमें बहुत गड़बड़ियां और धांधली हुई थी, इससे तत्कालीन सरकार की बहुत किरकिरी हुई थी। इसके पश्चात केजीएमयू की कुलाधिपति राज्यपाल ने तत्काल प्रभाव से उसे रद कर दिया था। बाद में 12 8 2021 को स्टाफ नर्स-सिस्टर ग्रेड 2 की भर्ती उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा की गई थी।
मुख्यमंत्री को सम्बोधित पत्र में कहा गया है कि अब एक बार फिर से केजीएमयू द्वारा नर्स की भर्ती एजेंसी एडुटेस्ट से कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है, यहां यह भी गौरतलब है कि यह वही एजेंसी है जिसके द्वारा पिछले दिनों राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में की गयी भर्तियों के दौरान काफी विसंगतियां और धांधली हुई थी, जिससे जहां सरकार की बदनामी हुई थी वहीं कुछ केंद्रों पर परीक्षा निरस्त कर दोबारा कराई गई थी।
पत्र में कहा गया है कि लोक सेवा आयोग, प्रयागराज सरकार का एक संवैधानिक और विश्वसनीय निकाय है, जो नियुक्ति के लिए परीक्षाओं के संचालन व निष्पक्ष चयन के लिए उपयुक्त संस्था है। ऐसे में केजीएमयू नर्सिंग की भर्ती उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रकाशित 12 फरवरी 2016 की नियमावली के अनुसार पूर्व की भांति लोक सेवा आयोग, प्रयागराज से ही कराई जाए, जिससे किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो साथ ही अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो तथा निष्पक्ष चयन हो सके।