-इप्सेफ के आह्वान पर गांधी जयंती पर प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित कार्यक्रम में कर्मचारियों ने दी श्रद्धांजलि
सेहत टाइम्स
लखनऊ। इप्सेफ के आह्वान पर आज 2 अक्टूबर को बापू की मूर्ति पर माला अर्पण करके उनके आदर्शों पर कर्मचारियों को न्याय एवं आजादी प्राप्त करने का संकल्प लिया गया। उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में व्यापक कार्यक्रम किया गया जिसमें भारी संख्या में कर्मचारियों ने भाग लिया। लखनऊ में हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके संकल्प लिया गया।
यह जानकारी देते हुए इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन के उपमहासचिव अतुल मिश्रा ने बताया कि कि इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्र जीपीओ के कार्यक्रम में शामिल हुए, बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए। इप्सेफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शशि कुमार मिश्रा एवं सुरेश कुमार रावत, सतीश कुमार पांडे तथा अतुल मिश्रा उप महासचिव एवं महामंत्री राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बताया कि अन्य राज्यों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में सत्याग्रह करने का संकल्प लिया गया और यह तय किया गया कि भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इप्सेफ की तीन प्रमुख मांगें हैं इनमें 1- एक देश एक चुनाव की भांति एक देश एक वेतनमान ,पेंशन के लिए राष्ट्रीय वेतन आयोग का गठन किया जाए। 2- पुरानी पेंशन यथावत बहाल की जाए तथा 3- आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा न्यूनतम वेतन एवं रिक्त पदों पर नियमित किया जाए तथा भविष्य में ऐसी भर्तियां बंद की जाएं।
अध्यक्ष वी पी मिश्र एवं महासचिव प्रेमचंद ने भारत सरकार के प्रधानमंत्री को देश भर के कर्मचारी संगठनों ने ज्ञापन भेज कर आग्रह किया कि कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय को बंद करके आपस में मिल बैठकर मांगों पर सार्थक निर्णय करके सद्भाव बनाएं वरना देशभर के करोड़ों कर्मचारी परिवार का आक्रोश झेलना पड़ेगा जो सत्ताधारी दल के लिए पहले भी नुकसान देय रहा है और आगे भी होगा।
लखनऊ जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर सत्याग्रह करने वालों में नगर निगम महासंघ के महामंत्री कैसर रजा, निगम महासंघ के घनश्याम यादव, फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव, एक्सरे टेक्नीशियन संघ के आर डी चौधरी, दिलीप यादव, परिषद के जिला अध्यक्ष संजय पांडे, उमेश मिश्र डिप्लोमा फ़ार्मासिस्ट एसो उ प्र, लैब टेक्नीशियन संघ से रमेश यादव, जौहरी, आदि प्रमुख थे।