-शिकायतकर्ताओं को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया
सेहत टाइम्स
लखनऊ। यहां स्थित सेंटर ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च (सीबीएमआर) के निदेशक के खिलाफ वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर सीबीएमआर के फैकल्टी मेंबर्स ने इसकी शिकायत सेंटर के अध्यक्ष मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार से की है, इसके बाद शासन द्वारा आरोपों की जांच कराने का फैसला लिया गया है। इसके तहत सबसे पहले शिकायतकर्ताओं के बयान लिये जायेंगे।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीएमआर के प्रेसिडेंट व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन को फैकल्टी मेंबर्स की ओर से भेजे गये शिकायती पत्र में मौजूदा निदेशक प्रो आलोक धावन पर वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाये गये हैं। एक शिकायती पत्र लिखा है इसके बाद शासन ने आरोपों की जांच कराना का फैसला लिया है। इसके लिए विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सभी शिकायतकर्ताओं को केंद्र पर ही लिखित व मौखिक रूप से अपने बयान देने के लिए 22 सितंबर को बुलाया गया है।
शिकायतकर्ताओं ने निदेशक पर जो गंभीर आरोप लगाए हैं उनमें उनकी नियुक्ति पर ही सवाल उठाए गए हैं, साथ ही निदेशक द्वारा लिए गए निर्णयों और अन्य सदस्यों के साथ किये जाने वाले उनके व्यवहार को लेकर आपत्ति जताई गई है।