-समारोहपूर्वक मनाया गया भगवान श्री चित्रगुप्त धाम का स्थापना दिवस
-वन एवं पर्यावरण मंत्री के समक्ष व्यक्त की कायस्थों ने अपनी पीड़ा
सेहत टाइम्स
लखनऊ। कायस्थ समाज जिधर होता है जीत उधर ही होती है। कायस्थ समाज अगर ठान ले तो व्यक्ति हार भी जाता है। वन पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण सक्सेना के साथ सभी ने हिंदुत्व की रक्षा व कायस्थों की एकता बनाए रखने का भी संकल्प लिया। कायस्थों की एकजुटता व राजनैतिक चेतना जागृत कराने के लिए भगवान श्री चित्रगुप्त धाम में स्थापना दिवस समारोह 6 सितंबर को हवन के साथ सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के संयोजक दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि भगवान श्री चित्रगुप्त धाम (झूलेलाल वाटिका,गोमती नदी तट लखनऊ) स्थापना दिवस के पावन पर्व पर भव्य रूप से भगवान श्री चित्रगुप्त कथा, आरती हुई। कायस्थों की एकता व राजनैतिक चेतना जागृत कराने के लिए भगवान श्री चित्रगुप्त जी के समक्ष हवन हुआ।


वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण सक्सेना ने इस पावन मौके पर कहा कि कायस्थ राष्ट्रवादी होता है राष्ट्र की एकता के लिए कायस्थ की एकता भी अति आवश्यक है। उन्होंने स्वीकार किया कि वर्तमान परिदृश्य में कायस्थ समाज उपेक्षित किया जा रहा है। उन्होंने नेतृत्व को कायस्थों की पीड़ा बताने के बारे में कहा। इस मौके पर भगवान श्री चित्रगुप्त के समक्ष एकता का संकल्प भी सभी भक्तगणों ने लिया।
कायस्थ फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश चंद श्रीवास्तव ने कहा कि लखनऊ में कायस्थों की तादाद भी ज्यादा है। भगवान श्री चित्रगुप्त धाम हिंदुओ का पवित्र तीर्थ स्थल है। पर सरकारी उपेक्षा के कारण यहां का घाट जो नदी की सफाई के कारण तोड़ा गया। हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद सिंचाई विभाग नहीं बना रहा। इसका प्रार्थना पत्र मंत्री को दिया गया। जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी भागीदारी के लिए रूप रेखा भी तय की गई। भगवान श्री चित्रगुप्त घाट पर लखनऊ की जीवनदायनी मां गोमती की भव्य आरती भी हुई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कायस्थ फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश चंद्र श्रीवास्तव, कार्यक्रम संयोजक दिलीप श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, अरविंद श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, अनुराग श्रीवास्तव, रंजना श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
