-स्वाइन फ्लू की भी स्थिति प्रकोप वाली नहीं, 200 नमूनों की जाँच में 27 पॉजिटिव
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर भारत में इस वर्ष वायरल ऊपरी श्वसन संक्रमण के छिटपुट मामले सामने आए हैं। लखनऊ और आसपास के जिलों में वायरल संक्रमण पिछले 2 वर्षों की भांति रहा। जनवरी और फरवरी माह में लिए गए 200 नमूनों की जांच में 27 मरीज यानी 13% में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया, राहत वाली बात यह है कि इन सभी मरीजों में इसके हल्के लक्षण थे, जिनमें उपचार से भली प्रकार से लाभ होता है।
इस वर्ष संक्रमण की स्थिति की जानकारी देते हुए संजय गांधी पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन ने बताया कि इस वर्ष भी पिछले दो महीनों से उत्तर भारत में वायरल ऊपरी श्वसन संक्रमण के छिटपुट मामले सामने आए हैं। पिछले दो महीनों (जनवरी-फरवरी) में संदिग्ध इन्फ्लूएंजा रोगियों के 200 नमूनों का परीक्षण संजय गांधी पी जी आई, लखनऊ के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की वायरोलॉजी लैब में किया गया। इनमें से 27 (13%) नमूने स्वाइन फ्लू (इन्फ्लुएंजा ए (पीडीएम) 09 स्ट्रेन) के लिए पॉजिटिव थे। पॉजिटिव मरीज़ लखनऊ और आसपास के जिलों से थे और सभी में हल्के लक्षण थे, जिसमें उपचार से भली प्रकार से लाभ होता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष स्वाइन फ्लू के रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या पिछले दो वर्षों के आंकड़ों के समान है, इसलिए इस वर्ष लखनऊ क्षेत्र में स्वाइन फ्लू का कोई प्रकोप नहीं है। डॉ धीमन ने उम्मीद जतायी कि आने वाले दिनों में जैसे-जैसे दिन का तापमान बढ़ेगा, वायरल श्वसन संक्रमण के मामलों में भारी कमी आएगी।