-मानसिक स्वास्थ्य पर आयोजित महोत्सव में आयोजित पैनल चर्चा में डॉ प्रांजल अग्रवाल ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। आज देश का युवा नशे में डूबता जा रहा है। युवा मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, लॉ कॉलेजों या किसी भी क्षेत्र में स्टडी कर रहे हों, वे नशे के शिकार हो रहे हैं। पिछले 1 साल से यह देखा गया है कि महिलाओं और लड़कियों में नशे के सेवन की प्रवृत्ति बढ़ गई है, उन्हें एडमिट करना पड़ रहा है। यह अत्यन्त चिंताजनक है। यह बात मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करने के लिए शनिवार 1 अक्टूबर को सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट गोल्डन फ्यूचर के तत्वावधान में अन्य संस्थाओं के सहयोग से गोमती नगर स्थित आईएमआरटी में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य उत्सव में पैनल चर्चा में निर्वाण हॉस्पिटल के डाइरेक्टर डॉ प्रांजल अग्रवाल ने कहा कि सोचकर देखिये कि आज से 20 साल बाद की स्थिति क्या होगी।
उन्होंने कहा कि आज का युवा कल देश चलाने की तैयारी कर रहा है, और ऐसे में जब देश चलाने वाले इस तरह नशे के आदी होंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि चाहें किसी भी तरह से युवाओं को इस नशे की लत से विरत करने के लिए इस पर सरकार को भी कदम उठाने की आवश्यकता है।
डॉ प्रांजल अग्रवाल ने कहा कि लोगों में यह स्टिग्मा है कि अगर वह अपनी मानसिक स्थिति के बारे में बताएंगे तो लोग उसे पागल न समझ लें। उन्होंने कहा कि आजकल परिवार के लोगों में आपस में भी संवाद का अभाव है। डाइनिंग टेबल पर चार लोग अगर बैठे हैं तो चारों अपने-अपने मोबाइल में व्यस्त नजर आएंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि घर के सभी सदस्य कम से कम एक टाइम का भोजन एक साथ किया करें, और उस दौरान उनके मोबाइल अलग रख दिये जाएं।