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डॉक्‍टर भी खुद को तनाव से बचाने लिए लें ‘इमोशनल नाश्‍ता’

-एआईसीओजी 2020 के तीसरे दिन आयोजित कार्यशाला ने ब्रह्मकुमारी शिवानी ने दी सलाह

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। ब्रह्मकुमारी शिवानी ने डॉक्टरों को तनावमुक्त रहने की सलाह देते हुए कहा है कि चिकित्‍सकों पर मरीज को स्‍वस्‍थ करने की एक बड़ी जिम्मेदारी होती है, इसलिए अपने आसपास तनावमुक्त वातावरण बनाए रखना चाहिए। रोज सुबह कम से कम आधे घंटे तक मेडिटेशन करें। उन्होंने इसको इमोशनल नाश्ता कहा।

यह सलाह यहां स्‍मृति उपवन में चल रही ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ़ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकोलॉजी (एआईसीओजी 2020) में आयोजित कार्यशाला में देते हुए ब्रह्मकुमारी शिवानी ने कहा कि डॉक्टरों के लिए तनाव प्रबंधन पर काम करने की बेहद जरूरत है। नकारात्मक चीजों को खुद से दूर रखें। ज्यादा तनाव हो जाए तो 10 मिनट के लिए आँखें बंद रखें।

उन्‍होंने कहा कि खुद को रिलैक्स रखने की कोशिश करें। जब किसी उलझन का रास्ता तत्काल समझ न आये तो कुछ देर के लिए उसको छोड़ दें। एकदम शांत मन से उसपर बाद में विचार करें। कार्यशाला का आयोजन  सेफ मदरहुड कमेटी की ओर से किया गया। कमेटी की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति कुमार हैं। इस मौके पर वर्कशॉप की कन्वीनर डॉ. तृप्ति बंसल और डॉ. मोनिका अग्रवाल सहित अनेक चिकित्‍सक मौजूद रहे। मंच का संचालन डॉ नरेन्‍द्र मल्‍होत्रा ने किया। फॉग्‍सी के नये अध्‍यक्ष डॉ अल्‍पेश गांधी ने ब्रह्मकुमारी शिवानी को स्‍मृति चिन्‍ह देकर सम्‍मानित किया।