-उन्नाव रेप कांड की पीडि़ता की चाची और मौसी की हो गयी थी मौत
-रेप के आरोपी विधायक पर दुर्घटना कराने का आरोप, दर्ज हुआ मुकदमा
-सीएमएस ने कहा, दोनों को ट्रॉमा सेंटर में सर्वोत्तम इलाज दिया जा रहा
लखनऊ। उन्नाव रेप कांड की पीडि़ता और उसके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती पीडिता और वकील दोनों का इलाज वेंटीलेटर पर हो रहा है। दोनों की हालत गंभीर होने के कारण दोनों को कहीं और ले जाने की सलाह दिये जाने की खबरों के बीच केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन संखवार ने स्पष्ट किया है कि दोनों को ट्रॉमा सेंटर में सर्वोत्तम इलाज दिया जा रहा है, हमारी तरफ से मरीजों को रेफर करने की कोई बात नहीं कही गयी है।
आपको बता दें कि इससे पूर्व एडीजी (लखनऊ रेंज) राजीव कृष्णा ने भी पीड़िता के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि अटेंडिंग डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता की हालत गंभीर है, वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर है और जो भी बेस्ट पॉसिबल ट्रीटमेंट है, वो दिया जा रहा है। ज्ञात हो सड़क दुर्घटना में उन्नाव रेप कांड की पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गयी थी, जबकि वकील महेन्द्र सिंह और पीडि़ता को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था।
इस बीच घटना को लेकर उठापटक का दौर जारी है परिजनों ने दुर्घटना में हुई मौत को साजिश करार दिया है और कहा है कि यह मौत नहीं हत्या है। सड़क हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत होने के बाद हादसे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रेप कांड के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ हत्या और हत्या की साजिश का केस दर्ज कर लिया गया है। विधायक के खिलाफ एफआईआर पीड़िता के चाचा ने दर्ज कराई है। पीड़िता के चाचा फिलहाल रायबरेली की जिला जेल में कैद हैं. इस एफआईआर में विधायक कुलदीप सिंह, उनके भाई मनोज सेंगर भी नामजद हैं। इस मामले में 10 नामजद और 15-20 अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज है। आईपीसी की 302, 307, 506 120B की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
हादसे के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी हरकत में आई और उसका कहना है कि अगर उन्नाव रेप पीड़िता चाहेगी तो राज्य सरकार कार हादसे की सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है। इस बीच रेप पीडिता को देखने अस्पताल पहुंचने वालों का सिलसिला जारी है।
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