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प्रति वर्ष 5 लाख कैंसर रोगी बिना इलाज के तोड़ देते हैं दम  

-डॉ आरके धीमन ने कैंसर जागरूकता के लिए विद्यार्थियों को दिये जागरूकता के टिप्‍स

– एसजीपीजीआई में रेडियोथैरेपी विभाग ने विद्यार्थियों के लिए आयोजित की पोस्‍टर प्रतियोगिता

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के निदेशक डॉ आरके धीमन ने कहा है कि भारत में एक वर्ष में कैंसर के 15 लाख नए मामले सामने आते हैं और उनमें से 8 लाख की कैंसर से  मृत्यु होती हैं, यही नहीं इनमें से 5 लाख लोग बिना किसी उपचार के ही मृत्यु को प्राप्त होते हैं। उन्‍होंने कहा कि 40% कैंसर तम्बाकू और जीवन शैली से संबंधित हैं, जिन्हें कैंसर जागरूकता और रोकथाम रणनीतियों द्वारा सुधारा जा सकता है।

डॉ धीमन ने ये विचार विश्‍व कैंसर दिवस के मौके पर शनिवार को एसजीपीजीआई के रेडियोथैरेपी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अपने सम्‍बोधन में व्‍यक्‍त किये। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया गया था, जिससे कि वे समाज में कैंसर की रोकथाम को लेकर लोगों को जागरूक कर सकें। लोगों को इससे बचाव, उपचार आदि के लिए कैसे जागरूक करना है, इस बारे में निदेशक ने विस्‍तार से जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि पुरुषों में जो कैंसर आम हैं उनमें ओरल कैविटी, सिर और गर्दन, फेफड़े और भोजन नली का है जबकि महिलाओं में सामान्य कैंसर स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, अंडाशय और मौखिक गुहा हैं।

उन्‍होंने बताया कि 4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व कैंसर दिवस के लिए डब्ल्यूएचओ की थीम “क्लोज द केयर गैप” है। कैंसर उपचार सुविधाओं में प्रगति के बावजूद, विश्व के विकासशील और अविकसित देशों में कैंसर देखभाल में बहुत अंतर है। दुनिया भर में हर मिनट 37 लोगों को कैंसर का पता चलता है और उनमें से आधों की कैंसर से मृत्यु हो जाती है।

उन्‍होंने कहा कि ग्लोबोकेन डेटा 2020 के अनुसार, दुनिया भर में कैंसर के 20 मिलियन (2 करोड़) नए मामले हैं और उनमें से 10 मिलियन (1 करोड़) की हर साल मृत्यु हो जाती हैं। उन्‍होंने कहा कि विकासशील और अविकसित देशों में कैंसर के उपचार की सुविधा की कमी  है और स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की कमी के कारण उपचार सेवा प्रदान करना कठिन होता है। ऐसे में कैंसर उपचार सुविधाओं को बढ़ाने की आवश्यकता है, जिससे प्रत्येक कैंसर  रोगी सर्वोत्तम उपचार प्राप्त हो सके।

रेडियो‍थैरेपी विभाग द्वारा केंद्रीय विद्यालय के नौवीं से ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों, नर्सिंग छात्रों और कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया ताकि कैंसर और तंबाकू से बचाव के बारे में, कैंसर का शीघ्र पता लगाने और उपचार को बढ़ावा देने हेतु जागरूकता बढ़ाई जा सके और स्वस्थ जीवन शैली का पालन किया जा सके।

इन युवा छात्रों ने, जो समाज के भविष्य के पथप्रदर्शक हैं, कैंसर जागरूकता के लिए पोस्टर बनाए और प्रदर्शित किए और लोगों को कैंसर जागरूकता और रोकथाम का संदेश दिया। डॉ धीमन ने कहा कि विद्यार्थियों ने जो पोस्‍टर बनाये हैं, उन सभी को मैंने देखा, ये बहुत अच्‍छे हैं, उन्‍होंने कहा कि हर पोस्‍टर अपने आप में यूनीक है। पोस्‍टर विजेताओं में केंद्रीय विद्यालय के 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों में छवि, अनामिका, पायल, अंशिका, श्रजल और कार्तिकेय, नर्सिंग छात्रों में सुरभि, अंजलि, ज़ेबा तथा मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रों में सक्षम, तान्या और हर्षिता शामिल रहे। इन सभी को निदेशक ने पुरस्‍कार वितरित किये।

इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ वी के पालीवाल, एसजीपीजीआई के संकाय सदस्य, रेडियोथेरेपी विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित रहे। और  पत्रकार व मीडिया के लोग शामिल हुए। प्रोफेसर आर के धीमन और डॉ. प्रवीना धीमन ने विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए।

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