-26 विभागों को मिले छह प्रोफेसर, 31 एसोसिएट प्रोफेसर व 129 असिस्टेंट प्रोफेसर

सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr. RMLIMS), लखनऊ में 26 विभागों में 166 नए फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति की गई है। संस्थान ने इसे शैक्षणिक और क्लिनिकल क्षमताओं को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा है कि यह व्यापक भर्ती उत्तर प्रदेश सरकार की उस दूरदृष्टि के अनुरूप है जिसका उद्देश्य राज्य के नागरिकों को उच्चतम गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
संस्थान के मीडिया सेल द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार नव नियुक्त फैकल्टी सदस्यों में शामिल हैं:
•प्रोफेसर – 6
•एसोसिएट प्रोफेसर – 31 (जिसमें 1 विशेष भर्ती अभियान के अंतर्गत)
•असिस्टेंट प्रोफेसर – 129 (जिसमें 11 विशेष भर्ती अभियान के अंतर्गत)
ये नियुक्तियाँ निम्नलिखित प्रमुख विभागों में की गई हैं:
एनेस्थीसिया, एनाटॉमी, बायोकैमिस्ट्री, कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरासिक सर्जरी (CVTS), कार्डियोलॉजी, क्लिनिकल हीमैटोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, डेंटिस्ट्री, डर्मेटोलॉजी, इमरजेंसी मेडिसिन, एंडोक्राइन सर्जरी, एंडोक्रिनोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, गैस्ट्रोसर्जरी, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, न्यूक्लियर मेडिसिन, प्रसूति एवं स्त्री रोग तथा नेत्र रोग।
संस्थान ने कहा है कि ये नियुक्तियाँ न केवल चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ करेंगी बल्कि अनुसंधान की गुणवत्ता को बढ़ावा देने और संपूर्ण रोगी देखभाल को बेहतर बनाने में भी सहायक सिद्ध होंगी। इन नियुक्तियों को लेकर निदेशक प्रो. डॉ. सी. एम. सिंह ने संदेश देते हुए कहा है कि “इन नियुक्तियों के साथ, हमने संस्थान में फैकल्टी की संख्या को दोगुने से अधिक कर लिया है, जो उत्तर प्रदेश सरकार की उस दूरदृष्टि के अनुरूप है जिसके तहत प्रदेश की जनता को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएं। मैं सभी चयनित उम्मीदवारों को हार्दिक बधाई देता हूँ और उनसे अनुरोध करता हूँ कि वे शीघ्र संस्थान में कार्यभार ग्रहण करें तथा प्रदेश में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के हमारे साझा मिशन को साकार करें।”
उन्होंने कहा कि फैकल्टी का यह विस्तार संस्थान के शैक्षणिक कार्यक्रमों को गति देने के साथ-साथ रोगी केंद्रित तृतीयक देखभाल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी सशक्त करता है।
