-अधूरे प्रशिक्षण को पूरा कराने की मांग को लेकर दूसरे दिन सत्याग्रह जारी
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। अधूरे प्रशिक्षण को पूरा कराने की मांग को लेकर एम.पी.डब्ल्यू. संविदा द्वारा परिवार कल्याण निदेशालय पर दिया जा रहा सत्याग्रह दूसरे दिन भी जारी रहा। ज्ञात हो 10-10 एमपीडब्ल्यू को सत्याग्रह के लिए इजाजत मिली है। इस बीच आज 40 जिलों से आए हुए संविदा एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों के द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन में भागीदारी कर अपनी पीड़ा बताने का प्रयास किया गया लेकिन सुरक्षाकर्मियों द्वारा संविदा एमपीडब्ल्यू को जनता दर्शन कार्यक्रम में भागीदारी करने से रोक दिया गया। इन संविदा कर्मचारियों को पुलिस वैन में भरकर इको गार्डन में भेज दिया गया वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मी से बात करने पर बताया गया कि इन कर्मचारियों को शाम 5 बजे तक यही रखा जाएगा।
यह जानकारी देते हुए एमपीडब्ल्यू एसोसिएशन के संरक्षक विनीत मिश्रा ने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम तथा लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत अपनी बात रखने की भावना के विपरीत है इन्ही युवा के कंधों पर वर्तमान सरकार ने 2017 के आम चुनाव में प्रदेश में प्रचंड बहुमत प्राप्त किया 2022 में भी युवाओं की समस्याओं को सुलझा कर इतिहास को दोहराया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि धरना स्थल पर जनपद बागपत के जिलाध्यक्ष विकास नैन चौधरी की अध्यक्षता में बागपत बिजनौर और मुजफ्फरनगर के साथी संयुक्त रूप से कोविड-19 का पालन करते हुए धरना-स्थल पर जमे हुए हैं। संगठन पदाधिकारियों को अपेक्षा है कि डॉ लिली सिंह महानिदेशक परिवार कल्याण के द्वारा दिए गए कल के आश्वासन को जल्द ही कार्य रूप में लाया जाएगा। कोविड-19 की तीसरी लहर के आसन्न खतरे को देखते हुए संक्रामक बीमारियों की रोकथाम करने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर संविदा एमपीडब्ल्यू की उपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों मे स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने का काम करेगी। वर्तमान समय में संविदा कार्मिकों की आवश्यकता को देखते हुए भारत सरकार द्वारा पोषित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर इन संविदा कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से तैनात किया जाना ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण की दिशा में प्रभावी कदम सिद्ध होगा लंबे समय से या संविदा कार्मिक अपने शेष प्रशिक्षण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं।