-संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उप्र ने 42 जिलों में भुगतान न होने को लेकर मिशन निदेशक को लिखा पत्र
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उप्र ने टीकाकरण में लगी एएनएम को सरकार द्वारा घोषित की गयी भोजन के लिए राशि व प्रोत्साहन राशि न मिलने की शिकायत करते हुए इन कर्मचारियों को यह राशि भुगतान किये जाने की मांग की है। इस बाबत संघ ने मिशन निदेशक को पत्र भेजकर एएनएम संघ के पत्र और जिलों की सूची भी भेजी है।
संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग में वर्तमान समय में कार्यरत अधिकतर एएनएम कर्मी संविदा पर कार्य करने वाले हैं। जिन्होंने कोरोना काल खण्ड में मरीजों के इलाज के साथ-साथ टीकाकरण की शुरुआत होते ही व्यवस्थाओं को सम्भालते हुए अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाया। इस बीच इन कर्मियों को प्रोत्साहन व भोजन के लिए भी कुछ राशि देने की व्यवस्था की गई थी।
उन्होंने बताया कि लेकिन स्थिति यह है कि टीका लगाने में प्रदेश को सबसे आगे रखने वाली इन एएनएम कर्मियों को न तो भोजन के लिए राशि उपलब्ध हो पा रही है और न ही उनको मिलने वाली प्रोत्साहन राशि। उन्होंने बताया कि 42 जिलों में भुगतान न किये जाने सम्बन्धी एएनएम संघ का पत्र और जिलों की सूची मिशन निदेशक को भेज कर भुगतान का अनुरोध किया गया है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में टीकाकरण करने वाले कुल 16 हजार संविदा एएनएम कर्मी ऐसे हैं जिन्हें टीकाकरण स्थल पर रहकर लगातार लोगों को टीका लगाने के लिए न तो भोजन और न ही प्रोत्साहन मिल पा रही है। कई महीने से बकाया इस राशि का भुगतान विभाग नहीं कर रहा है। संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उप्र के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 42 जिलों में टीकाकरण कर रहे कर्मी दोनों राशि से वंचित हैं। जिसमें राजधानी लखनऊ, हरदोई, सुल्तानपुर, शाहजहांपुर, उन्नाव, फरूखाबाद, बस्ती, मेरठ, हमीरपुर, सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, गोण्डा, आगरा, मऊ, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, अयोध्या, कासगंज, शामली, अम्बेडकरनगर, कानपुर, बलरामपुर, जालौन, जौनपुर, बहराईच, आजमगढ़, बाराबंकी, संकबीरनगर, रामपुर, सीतापुर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, नोएडा, बदायूं, लखीमपुर खीरी, मुज्जफरनगर, बागपत, बुलंदशहर, मिर्जापुर, सोनभद्र में अब तक टीकाकरण कर रहे एएनएम कर्मियों को राशि नहीं मिली है।