बलिया, देवरिया और कुशीनगर जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये मंत्री ने
लखनऊ। मुजफ्फरपुर में दुर्भाग्यपूर्ण एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) बीमारी से हुई 69 मौतों के मद्देनजर, यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से बात की और यथासंभव सभी आवश्यक मदद की पेशकश की। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के बलिया, देवरिया और कुशीनगर के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक उपायों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर में एईएस के चलते हुईं मौतों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश से सहायता की पेशकश पर अगले चरण में प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ, बिहार को यूपी में अपने समकक्ष के साथ बात करनी है और बिहार को क्या आवश्यक मदद चाहिये इसके लिए सूचित करना है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बलिया, देवरिया और कुशीनगर के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ बात की तथा उन्हें निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि सभी निवारक उपायों को जेई/ एईएस पर 2019 की कार्य योजना के अनुसार अमल में लाया जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें यह भी निर्देशित किया कि तत्काल अंतर-विभागीय बैठकें आयोजित की जाएं, डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मचारी छुट्टी पर न भेजें जाएं, यह सुनिश्चित हो कि वेंटिलेटर उचित ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ काम करें तथा सभी सीएमओ अपने क्षेत्राधिकार के हर पीकू (PICU) और मिनी पीकू (Mini PICU) का नियमित दौरा करें।
इसी के साथ सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि यदि कोई भी बच्चा बुखार से पीड़ित पाया जाता है तो उसे तुरंत निदान और उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भेजा जाए।
उपरोक्त के अलावा, स्वास्थ्य मंत्री ने सचिव स्वास्थ्य को स्वयं तीनों जिलों की दैनिक आधार पर समुचित निगरानी करने के लिए कहा है तथा डायरेक्टर जनरल, स्वास्थ्य को देवरिया, बलिया एवं कुशीनगर के ज्वाइन डायरेक्टर्स, जो अपने जनपद के प्रभारी भी हैं, को यह निर्देशित करने के लिए कहा है कि वे अपने-अपने जनपदों के सभी पीकू एवं मिनी पीकू में जाकर वेंटिलेटर, आवश्यक उपकरण, ऑक्सीजन आपूर्ति, मानव संसाधन एवं औषधियों की समुचित उपलब्धता को सुनिश्चित करें।