केजीएमयू में राष्ट्रीय नेत्र दान पखवाड़ा आरम्भ
लखनऊ। अगर बात सिर्फ उत्तर प्रदेश की करें तो यहां दो लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें अगर कार्निया मिल जाये तो उनकी अंधेरी जिन्दगी में रौशनी भर सकती है, जबकि कार्निया दान करने की बात करें तो पिछले साल इसकी संख्या सिर्फ दो हजार रही। यह चिन्ता आज से यहां शुरू हुए नेत्रदान पखवाड़ा के अवसर पर आयोजित समारोह में व्यक्त की गयी।
राष्ट्रीय नेत्र दान पखवाड़ा लोगों को जागरूक करने के लिए एवं नेत्र दान के बारे में प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। यह 25 अगस्त से 8 सितंबर तक मनाया जाता है ताकि नेत्र दान के बारे में जागरूकता बढ़े और लोग जरूरतमंद लोगों को अपनी आंखें दान करने के लिए आगे आएं। यह लोगों को हर उस विचार से रूबरू कराता है जो लोगों को अपनी आंखें दान करने के लिए प्रेरित करता है।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने 26 अगस्त को नेत्रदान प्रमोटरों, समर्थकों और केजीएमयू कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए एक सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमे मुख्य अतिथि एजुकेशनिस्ट एंड द पैट्रन ऑफ़ विद्या भारती अखिल भारती शिक्षा संस्थान, ब्रह्मदेव शर्मा (भाईजी) थे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने कम्युनिटी आई बैंक को चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिए गौरव बताया तथा हंस फाउण्डेशन, साइट लाइफ इंडिया तथा सीतापुर आई हास्पिटल को इस कार्य में सहयोग प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया। कुलपति द्वारा प्रदेश की लगभग 25 करोड़ जनसंख्या के सापेक्ष केवल दो हजार कार्निया का दान देना एक चिंता का विषय है तथा इस ओर आम जनमानस को जागरूक करने पर जोर दिया।
डॉ अरुण शर्मा, केजीएमयू, नेत्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर और केजीएमयू यूपी कम्युनिटी आई बैंक के मेडिकल डायरेक्टर ने बताया कि यूपी में 2 लाख अधिक लोग कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए इंतजार कर रहे हैं। लोगों मेंनेत्रदान बढ़ाने के लिए जागरूकता की बहुत आवश्यकता है। कॉर्निया दान केवल आंख की ऊपरी परत है, न कि पूरी आंख। नेत्र दान करने के लिए 6390 826 826 डायल करके, आप दो दृष्टिहीन व्यक्तियों को दृष्टि दे सकते हैं। जागरूकता और सामुदायिक समर्थन के साथ, हम राज्य में कॉर्नियल अंधापन को समाप्त कर सकते हैं। हमारे इस महान प्रयास में शामिल होकर कॉर्नियल अंधापन को समाप्त करने में हमारा सहयोग करें।
साइट लाइफ के ग्लोबल प्रोग्राम्स एशिया के उपाध्यक्ष अतुल कपूर ने बताया, भारत में अधिकतम कॉर्नियल नेत्रहीन रोगी के साथ उत्तर प्रदेश सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जहां अमेरिका की जनसंख्या की दो तिहाई है। यूएस में पिछले साल 50,000 से अधिक कॉर्नियल ट्रांसप्लांट किये गए थे, जबकि यूपी में केवल 1100 कॉर्निया प्रत्यारोपण किए गए थे।
केजीएमयू यूपी कम्युनिटी आई बैंक, वैश्विक गैर लाभकारी संगठन, साइटलाइफ द्वारा संचालित है और द हंस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित है, आई बैंक केजीएमयू में ट्रॉमा सेंटर के अंदर स्थित है। आई बैंक ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में हॉस्पिटल कॉर्निया रिटेरिवल प्रोग्राम स्थापित किया है जो कि उच्च प्रशिक्षित और समर्पित कर्मचारियों द्वारा 24 गुणा 7 कार्यरत हैं। नेत्र बैंक ने दिसंबर 2016 में स्थापना के बाद से 1500 से अधिक कॉर्नियल प्रत्यारोपण सर्जरी की है। सामुदायिक नेत्र बैंक में कॉर्नियल उपयुक्तता के सटीक निर्धारण के लिए उन्नत माइक्रोस्कोप तकनीक है। आई बैंक में सुविधा हेल्पलाइन नंबर 6390 826 826 है जो सभी सर्वेक्षणों को सीधे सामुदायिक नेत्र बैंक से जोड़ती है। परिवारों से अनुरोध हैं कि वे नेत्रदान की सूचना 24 गुणा 7 आई बैंक को दें अथवा नेत्र बैंक समन्वयक के साथ नेत्रदान पर चर्चा करने के लिए भी संपर्क कर सकते हैं।
नेत्रदान पखवाड़े के कार्यक्रम में उपस्थित लोगों में कुलपति प्रो० एमएलबी भट्ट, साइट लाइफ एशिया के वाईस प्रेजिडेंट अतुल कपूर, स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर यूपी,एनपीसीबी डॉ वाईके पाठक, सीएमओ सीतापुर आई हॉस्पिटल डॉ० मधु भदौरिया, केजीएमयू नेत्र विभाग एचओडी डॉ अपजीत कौर और मेडिकल डायरेक्टर, आई बैंक डॉ०अरुण शर्मा ने इस कार्यक्रम की मेजबानी की।