-विश्व एड्स दिवस पर उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नित्रंयण सोसाइटी ने आयोजित किया कार्यक्रम
-सामाजिक एकता से दूर होंगी एड्स को लेकर फैली गलत धारणाएं : सूर्यपाल गंगवार
सेहत टाइम्स
लखनऊ। एड्स एक बड़ी चुनौती है जिसको समुदाय में जागरुकता के माध्यम से ही दूर किया जा सकता है । एड्स के बारे में समाज में कई गलत धारणाएं हैं जिन्हें तोड़ने के लिए सामाजिक एकता ज़रूरी है। ये बातें जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने रविवार 1 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर कहीं। वह उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नित्रंयण सोसाइटी द्वारा जनेश्वर मिश्रा पार्क में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एड्स की गंभीरता को समझते हुए सरकार कई तरह के कार्यक्रम चला रही है। इस वर्ष की थीम ‘टेक द राइट पाथ’ रखी गई है। इस अवसर पर हमें यह याद रखना होगा कि एड्स से पीड़ित लोगों के प्रति हमारा व्यवहार सहानुभूतिपूर्ण हो। इसके साथ ही उच्च जोखिम वाले समूहों जैसे ट्रांसजेंडर, सेक्सवर्कर के लिए ज़्यादा से ज़्यादा काम करने की ज़रूरत है। उन्होंने सभी को सामूहिक प्रयास के लिए आगे आने का आह्वान किया। इसके बाद परिसर में लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। एक-एक स्टाल पर जाकर पार्टनर एनजीओ के सदस्यों से बात की और जरूरी सुझाव भी दिए। कार्यक्रम का आयोजन अमृता सोनी, परियोजना निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी व रवींद्र कुमार, अपर परियोजना निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य एड्स सोसाइटी के नेतृत्व में किया गया।
कार्यक्रम में प्रदर्शनी, छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़़ नाटक, गाने, डान्स एवं फैशन शो के जरिए एचआईवी/एड्स के प्रति लोगों को जगारूक किया गया। कार्यक्रम में युवाओं, महिलाओं और सोशल इन्फ़्लुयेंसर्स ने एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई। मुख्य आकर्षण रहा एचआईवी संक्रमित महिलाओं द्वारा की गई रैंप वाक जिसने दर्शकों में जोश भर दिया। आत्मविश्वास से भरपूर इन महिलाओं ने एड्स के प्रति सामाजिक भेदभाव को दूर करने के सन्देश दिए जिन्हें दर्शकों ने तालियों से सराहा। इसके साथ ही एड्स पीड़ित नौनिहाल बच्चों ने डान्स परफार्मेंस दी तो दर्शकों ने उनकी खूब तारीफ की। एमिटी स्कूल की छात्राओं ने भी एड्स से बचाव के टिप्स देकर इस बीमारी के प्रति जागरुकता बढ़ाने में भागीदारी निभाई। एचआईवी/एड्स से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम जागरूकता प्रदर्शनी में एसटीआई, एआरटी, टी आई व ओएसटी समेत कई स्टॉल के माध्यम से टीबी एचआईवी/एड्स संबंधित स्वास्थ्य सेंवाओं के बारे में जानकारी दी गई।
इस मौके पर कार्यक्रम में सोसाइटी के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव, डॉ. चित्रा सुरेश, डॉ. गीता अग्रवाल, डॉ. एके सिंघल, पवन चंदेल, अनुज दीक्षित सहित सहयोगी संस्थाओं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर), हिंदुस्तान लेटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रमोशन ट्रस्ट, हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया, हेल्पिंग यूथ फाउंडेशन के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
सभी जनपदों में हुए जागरूकता कार्यक्रम
जनपदों में आयोजित हुए कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के आईईसी विभाग के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि यूपी के विभिन्न जनपदों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी द्वारा एचआईवी/एड्स जागरूकता रैली, संगोष्ठी, सेमिनार, शिविर, नुक्कड़़ नाटक, पोस्ट /स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके अलावा कॉलेजों में रेड रिबन क्लबों के माध्यम से युवाओं में एचआईवी/एड्स जागरूकता बढ़़ाने के लिए सेमिनार, पोस्ट व स्लोगन मैकिंग प्रतियोगिता, एड्स जागरूकता कैंप और समूह संवाद किया गया।