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कोविड व जटिल बीमारी आईटीपी से ग्रस्‍त महिला की केजीएमयू में सफल डिलीवरी

-गर्भावस्‍था के भी बीत गये थे 38 माह, बड़ी चुनौती थी सफल डिलीवरी

-जटिल सीजेरियन को अंजाम दिया क्‍वीन मेरी केजीएमयू की चिकित्‍सकों ने

प्रो उमा सिंह

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्‍सा विश्‍वविद्यालय (केजीएमयू) स्थित क्‍वीन मेरी हॉस्पिटल में पिछले दिनों चिकित्‍सकों द्वारा विषम परिस्थितियों में कोविडग्रस्‍त गर्भवती महिला जिसे एक दुर्लभ रोग Idiopathic thrombocytopenic purpura (ITP) भी था, की सफलतापूर्वक डिलीवरी करायी गयी है।    

इस बारे में केजीएमयू के मीडिया प्रवक्‍ता डॉ सुधीर सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। विज्ञप्ति के अनुसार स्‍त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्‍यक्ष प्रो उमा सिंह ने बताया कि Idiopathic thrombocytopenic purpura (ITP) एक दुर्लभ बीमारी है, इसमें रोगी की प्‍लेटलेट्स कम हो जाती हैं, जिससे रक्‍तस्राव का खतरा रहता है। उन्‍होंने बताया कि इस रोगी में भी प्लेटलेट्स मात्र 18000 ही रह गयी थीं, जो कि सामान्‍य रूप से डेढ़ से दो लाख होनी चाहिये। इस महिला को 38 सप्ताह 6 दिन का गर्भ था। रोगी महिला पेट दर्द की शिकायत के साथ भर्ती हुई थी।

उन्‍होंने बताया कि कोविड वार्ड में महिला का सघन उपचार प्रो उमा सिंह, प्रो अमिता पाण्डेय, प्रो पुष्प लता संखवार, डॉ मंजुलता, डॉ वंदना तथा डॉ शालिनी द्वारा किया गया। रोगी के लिए 4 यूनिट रैंडम डोनर प्‍लेटलेट्स उपलब्ध कराये गए। उन्‍होंने बताया कि खास बात यह है कि रोग में प्रयोग लायी जाने वाली Intravenous immunoglobulin जिसकी लागत लगभग 3 लाख रुपये आयी, इस दवा को के. जी. एम. यू. के स्टोर से रोगी को मुफ्त उपलब्ध कराया गया।

रोगी महिला की शल्य चिकित्सा 16 मई को रेड जोन में की गयी। इस सफल शल्य चिकित्सा के साथ ही महिला को संतोषजनक अवस्था में कोविड हास्पिटल से डिस्चार्ज किया गया।

कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग द्वारा किये गए इस उत्कृष्ट कार्य के लिए विभाग को बधाई दी और कहा कि के. जी. एम. यू में इस विभाग का चिकित्सा सेवा में अतुलनीय योगदान है।

प्रो उमा सिंह ने बताया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग द्वारा कोविड एवं नॉन कोविड दोनों चिकित्सा सुविधाएं रोगियों को निर्बाध रूप से निरंतर उपलब्ध करायी जा रही है। विभाग द्वारा अब तक कई कोविड रोगियों की नॉर्मल डिलीवरी तथा सीजेरियन सेक्‍शन किये जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त बाह्य रोगी चिकित्सा सेवा एवं आकस्मिक चिकित्सा सेवा भी निरंतर जारी है।