-उपमुख्यमंत्री से मिले प्रशिक्षण प्राप्त लैब टेक्नीशियंस, कहा- दो माह में विज्ञापन जारी न हुआ तो समाप्त हो जायेगी स्कोर कार्ड की वैधता
सेहत टाइम्स
लखनऊ। लैब टेक्नीशियन के 700 पदों की भर्ती पर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग तथा स्वास्थ्य भवन के अधिकारियों लापरवाही और मनमानी के बीच मामला फंसा हुआ है। आज 30 अगस्त को प्रशिक्षण प्राप्त लैब टेक्नीशियंस ने आयोग के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में अन्य बातों के अतिरिक्त एक बड़ी चिन्ता यह जतायी गयी है कि पीईटी 2021 के स्कोर कार्ड की वैधता में अब सिर्फ दो माह का समय शेष बचा है, और अगर इस अवधि में विज्ञापन न जारी हुआ तो ये प्रतियोगी अभ्यर्थियों के साथ बड़ा धोखा होगा।
लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन उत्तर प्रदेश (संविदा) के बैनर तले अध्यक्ष योगेश उपाध्याय की ओर से अनेक प्रशिक्षण प्राप्त लैब टेक्नीशियंस के हस्ताक्षरयुक्त इस ज्ञापन में उपमुख्यमंत्री से लैब टेक्नीशियन के रिक्त 700 पदों पर पीईटी 2021 के आधार पर विज्ञापन जारी करवाने का अनुरोध किया गया है। योगेश उपाध्याय ने कहा है कि कोविड काल में भी कोई भर्ती नहीं की गयी। उपमुख्यमंत्री द्वारा आयोग से फोन पर वार्ता की गयी जिसमें कहा गया कि भर्ती के लिए शीघ्र परीक्षा करवायी जाये। इस पर आयोग के सचिव की ओर से बताया गया कि आयोग को विभाग से जो अधियाचन प्राप्त हुआ है, वह त्रुटिपूर्ण है, इसलिए उसे पुन: विभाग को भेजा गया है।
योगेश ने बताया कि इसके पश्चात स्वास्थ्य भवन में निदेशक पैरामेडिकल से कुछ कर्मचारियों की मुलाकात में जानकारी मिली है कि जनपदों से फिर से जानकारी मांगकर अधियाचन फिर से आयोग को भेजा जायेगा।