-बाहरी लोगों व दलालों को रोकने और दुव्यर्वहार करने पर कर्मियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए लागू की गयी व्यवस्था

सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्य करने वाले सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों के लिए ड्यूटी के समय यूनीफॉर्म पहनना अनिवार्य कर दिया गया है, यही नहीं जो भी कर्मी यूनिफॉर्म में नहीं होगा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए सहायक सुरक्षा अधिकारी को अधिकृत कर दिया गया है। यह कदम बाहरी लोगों और दलालों की पहचान अलग करने के लिए तथा मरीजों और तीमारदारों के साथ आउटसोर्स कर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने की स्थिति में उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अरविन्द सिंह द्वारा 12 अगस्त को जारी आदेश में कहा गया है कि संस्थान में विभिन्न स्थानों पर संचालित पंजीकरण, बिलिंग, एचआरएफ, सैम्पल कलेक्शन इत्यादि काउंटर्स पर सेवा प्रदाता के माध्यम से तैनात समस्त कार्मिक अपनी निर्धारित वर्दी, आई कार्ड व नेम प्लेट धारण करने के पश्चात ही अपने काउंटरों पर कार्य निष्पादित करना सुनिश्चित करेें। ऐसा न करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
इस बारे में डॉ अरविन्द सिंह ने बताया कि संस्थान में सभी जगह सीसीटीवी लग गये हैं, कर्मियों के यूनीफॉर्म पहनने की दशा में इन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हम लोग यह देख पायेंगे कि कहीं बाहरी व्यक्ति, दलाल मरीजों, तीमारदारों को बहला-फुसला तो नहीं रहे हैं। इसी प्रकार विभिन्न काउंटर्स पर तुरंत दिख जायेगा कि बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप तो नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि कर्मियों द्वारा मरीजों एवं तीमारदारों के साथ यदि दुर्व्यवहार किया गया, या कुछ नाजायज मांग की जाती है तो उस कर्मी की पहचान आसानी से हो सकेगी।

