-पांच अगस्त को होगा रामजन्मभूमि पर श्रीराम मन्दिर का शिलान्यास कार्यक्रम
-प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही आडवाणी, जोशी, उमा भारती, कल्याण भी होंगे शामिल
अयोध्या/लखनऊ। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां जोरों पर हैं, 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में होने वाले इस भूमिपूजन कार्यक्रम से ऐन पहले वैश्विक महामारी कोरोना का साया यहां पहुंच गया है, जन्मभूमि के एक सहायक पुजारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। पॉजिटिव पाये गये पुजारी यहां के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य हैं। इनके अलावा यहां चार पुलिसकर्मी भी पॉजिटिव पाये गये हैं।
इस बारे में जिलाधिकारी अनुज झा ने आश्वस्त करते हुए साफ किया है कि सम्पूर्ण जन्मभूमि परिसर में कोरोना के सम्बन्ध में पूरे प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि कार्यक्रम की तैयारियों के मद्देनजर लगातार टेस्टिंग करायी जा रही है, जिसमें 7 जुलाई को 23 लोगों के और 13 जुलाई को 98 लोगों के टेस्ट कराये गये थे जिनमें एक-एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे, उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वे दोनोंअब अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो चुके हैं।
इसी क्रम में कल 29 जुलाई को 100 लोगों का एंटीजेन टेस्ट कराये गये जिसमें एक सहायक पुजारी तथा चार पुलिसकर्मियों को पॉजिटिव पाया गया है, उन्हें तुरंत आईसोलेट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि परिसर को बराबर सैनिटाइज कराया जाता है। परिसर में आगामी कार्यक्रम की तैयारी में लगा कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के नहीं रहता है। कार्यक्रम को कोविड फ्री ढंग से सम्पन्न कराया जा सके, इसके लिए लगातार टेस्टिंग, सैनिटाइजेशन आदि की कार्रवाई चल रही है। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी तैयारी है, आगामी कार्यक्रम को पूरी सुरक्षा के साथ सम्पन्न कराया जायेगा।
देखिये वीडियो – अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पुजारी व पुलिसवालों के कोरोना संक्रमित होने की खबर पर जिलाधिकारी अनुज झा ने क्या कहा…
आपको बता दें कि राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम 5 अगस्त को होने वाला है। इसमें प्रधानमंत्री समेत 200 लोग भाग लेने का कार्यक्रम है। वर्तमान में चल रहे कोरोना काल को देखते हुए ही शिलान्यास कार्यक्रम में चुनिंदा संख्या में लोगों को न्यौता दिया गया है। कोरोना के कारण भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए जन्म भूमि परिसर में 50-50 लोगों के अलग-अलग ब्लॉक में करीब 200 लोग मौजूद होंगे। इनमें 50 की संख्या में देश के बड़े साधु-संत मौजूद रहेंगे, 50 की संख्या में देश के बड़े नेता और आंदोलन से जुड़े लोग रहेंगे, इनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह शामिल हैं।