-राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक
-पांच जिलों में आयोजित होने वाले धरना कार्यक्रम की घोषणा की गयी
लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की शुरुआत 25 अक्टूबर को वाराणसी में धरने के साथ करेगा। आज 8 अक्टूबर को यहां आयोजित प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में पांच जिलों में धरने के कार्यक्रम की घोषणा की गयी। बैठक में आंदोलन को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार निगम ने की।
परिषद के महामंत्री विनोद कुमार कनौजिया ने बताया कि कर्मचारियों की मुख्य मांगें महंगाई भत्ते की किस्त की बहाली, पुरानी पेंशन की बहाली, निजीकरण की समाप्ति, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का स्थायीकरण जैसी मांगों को लेकर कर्मचारियों के प्रदेश राज्य कर्मचारियों के आंदोलन की शुरुआत जनपद वाराणसी प्रधानमंत्री के क्षेत्र से की जाएगी, इसमें 25 अक्टूबर को प्रथम चरण में वाराणसी में कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया जाएगा, इसके बाद पहली नवम्बर को प्रयागराज में, 5 नवम्बर को मिर्जापुर में, 10 नवम्बर को जौनपुर में, 15 नवम्बर को आजमगढ़ में धरना दिया जायेगा।
विजय कुमार निगम ने बताया कि इसके बाद वस्तु स्थिति को देखते हुए आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बैठक में उपस्थित अरुण कुमार श्रीवास्तव, राम धीरज रावत, सलाहकार राजेंद्र निगम समेत कई पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम का समर्थन किया गया।