-उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड की लापरवाही उजागर
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने योद्धाओं के लिए जिस कवच यानि पीपीई किट का चुनाव किया उसकी क्षमता कोरोना वायरस से निपटने की नहीं थी बल्कि उसकी क्षमता स्वाइन फ्लू से निपटने की है।
इसका खुलासा उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड के उत्तर प्रदेश के सभी ड्रग वेयरहाउस प्रभारी और फार्मासिस्टों को लिखे गए पत्र से होता है। अधिशासी निदेशक द्वारा लिखे गए इस पत्र में लिखा है कि मेसर्स प्राइमवियर हाइजीन इंडिया प्रोडक्ट लिमिटेड द्वारा जिस पीपीई किट की आपूर्ति की गई है वह पीपीई किट इन्फ्लूएंजा h1 n1 के उपचार के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की मांग के सापेक्ष आपूर्ति की गई है।
पत्र में निर्देश देते हुए लिखा है कि इस फर्म की किट को अग्रिम आदेशों तक निर्गत न किया जाए तथा पूर्व में आपके द्वारा अद्यतन वितरित की गई मात्रा को वेयरहाउस में वापस मंगवा कर वेयरहाउस पर रक्षित करना सुनिश्चित करें। इस पत्र में हालांकि इसका साफ जिक्र नहीं किया गया है की इन्हें कोरोना वायरस की लड़ाई के लिए भेजा गया था, किंतु हाल ही में चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक द्वारा भेजी गयीं पीपीई किट को कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अधोमानक बताया गया था, उसके बाद ही यह पत्र जारी किया गया है। यही नहीं कोरोना वायरस की लड़ाई पूरे विश्व में चल रही है तो उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए आवश्यक पीपीई किट अब तक क्यों नहीं मंगवाये, यह सवाल तो उठता ही है।